सितम्बर 26, 2023

Rajneeti Guru

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राजनीति गुरु वेबसाइट पर शीर्षक: फ्लाइट में गुड़िया भूली 9 साल की बच्ची, 6 हजार मील प्लेन उड़ाकर देने आया पायलट, बताया क्यों

राजनीति गुरु वेबसाइट पर शीर्षक: फ्लाइट में गुड़िया भूली 9 साल की बच्ची, 6 हजार मील प्लेन उड़ाकर देने आया पायलट, बताया क्यों

सोशल मीडिया पर एक विचित्र किस्सा सामने आया है जहां एक पायलट ने अपनी ईमानदारी और मानवीयता की मिसाल पेश की है। हमारे देश में प्रसिद्ध रेलवे उपनिरीक्षक वैलेंटीना जोन्स़ ने एक नौसेना क्षेत्र में एक पाठशाला के छात्रा के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए अद्वितीय काम किया है। एक आम रविवार की सुबह, 9 साल की वैलेंटीना क्रॉस ने रेलवे के सूचना कक्ष में एक गुड़िया फ्लाइट में अपनी गुड़िया भूल गई थी। वैलेंटीना एक छोटे और गड़बड़ी से गुड़िया के बचने के लिए दिल बाघबान थीं, जिसमें उनकी यहां आए हुए परिवार की कठिनाइयाँ सबसे कम होंगी।

परन्तु धैर्य और ईमानदारी के दिखाए जाने के बावजूद, वैलेंटीना के माता-पिता ने तत्पश्चात पता चला कि गुड़िया फ्लाइट एक अनजान शहर में उड़ गई है। वे बिलकुल बेकरार हो गए थे, क्योंकि इसमें उनके बच्चे की अपार मासूमियत भी शामिल थी। इसी दौरान, वैलेंटीना की बुआ, जो कि सोशल मीडिया टूल्स का उपयोग कर रही थीं, फेसबुक पर एक पोस्ट डाल दी। पायलट गर्ल्स चर्च ग्रुप में इतने बड़े प्रसारण के बाद कोई फलस्वरूप हुआ।

वैलेंटीना का संकेत बिना किसी संदेह के पायलट विश्वास हेयाब के पास पहुंचा। अद्यतन के बाद भी, गुड़िया के पास उड़ना पड़ा था और सात साढ़े छह हजार मील छोड़ दिए गए थे। विश्वास ने मौके के साथ जल्दी सहमति की और खोई हुई गुड़िया की बचत के लिए रवाना हो गए। इसमें कितनी ईमानदारी छुपी हुई थी, यह तभी समझ में आया जब वैलेंटीना ने कहा कि उन्हें गुड़िया प्राप्त करके उनके प्रस्ताव को और भी अधिक महत्व देना चाहिए।

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पायलट ने थोड़ी देर बाद गुड़िया को कम्प्यूटर गांठ बंध कर 3 हफ्ते बाद वैलेंटीना को सुरक्षित रूप से वापस दिया। उनके माता-पिता ने पायलट की मदद के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया और उन्हें उपहार भेंट किया।

इस अनूठे किस्से ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हमारे समाज में अच्छाई और जिद पहचानी जाती है। वैलेंटीना के माता-पिता ने शुक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हमें भारतीय रेलवे के जैसे पदार्थ के लिए गर्व महसूस होता है, आप राष्ट्रीय हीरो हो। हमें आशा है कि हम सभी इस घटना से सिख लेंगे और ऊर्जा में ग़ालिब हो पाएंगे।”

वैलेंटीना जोन्स़ की खास साथी गुड़िया दिलीपकुमार आवामेल ने इस मील के उपहार के लिए एक गाना भी संगीत किया। “एक ही उद्देश्य के लिए” नामक यह गीत रेलवे कर्मचारियों के सदैव स्थैर्य को और भी मजबूत करने के लिए निर्मित किया गया है।

सचमुच, यह नौसेना क्षेत्र में इंसानियत की एक नयी उच्चता थी। वैलेंटीना जोन्स़ के शब्दों में “मेरी छोटीतेजी ने मेरे जीवन को बदल दिया है, मैं हमेशा इन ऐतिहासिक वर्नन को याद रखूंगी।”