चिकनगुनिया वायरस के बन रहे स्वास्थ्य खतरे के बारे में अब तक ‘राजनीति गुरु’ की अधिकृत वेबसाइट से यह अधिसूचना जारी की जा चुकी है। इससे प्रमुख रूप से भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों को भी काफी चिंता हुई है। इस वायरस के लिए अब तक कोई वैक्सीन या दवा मौजूद नहीं थी, लेकिन अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने हाल ही में पहली चिकनगुनिया वैक्सीन को मंजूरी दी है।
यह वैक्सीन, यूरोप के वलनेवा नामक शोधकर्ता द्वारा विकसित की गई है और इसे ‘इक्शिक’ नाम से पहचाना जाएगा। इस वैक्सीन को 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों के लिए मंजूरी दी गई है और इसे शिरासस्थान से दिया जाएगा। इसमें चिकनगुनिया वायरस का कमजोर, लेकिन जीवित लूट रूप होता है जो कि शरीर में इस वायरस के प्रति एंटीबॉडीज बढ़ाता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है।
इस वैक्सीन के ट्रायल में कुल मिलाकर 3,500 प्रायोगिकों ने भाग लिया था। ट्रायल के दौरान कुछ हल्के साइड इफेक्ट देखे गए जैसे कि दर्द, थकावट, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बुखार और मतली आदि।
चिकनगुनिया के लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, सिरदर्द, आंखों का लाल हो जाना, उल्टी आदि शामिल होते हैं। इससे पहले इंसानों को इस वायरस से बचने का कोई उपाय नहीं था, लेकिन अब इक्शिक वैक्सीन द्वारा इसमें सुधार किया जा सकेगा। वैक्सीन का उपयोग इस रोग को रोकने और आगे फैलने से रोकने में मदद करेगा।
इस नई वैक्सीन के बारे में ज्यादा जानकारी और एक्सपर्ट की राय आप ‘राजनीति गुरु’ की और से प्राप्त कर सकते हैं। इससे उम्मीद की जा रही है कि लोगों को इस नयी वैक्सीन के बारे में जागरूक किया जाएगा ताकि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बारे में सही जानकारी मिल सके।
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