इमरान खान, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, वर्तमान में पंजाब प्रांत की अटक जेल में बंद हैं। इसका कारण है तोशाखाना मामले में उन्हें तीन साल की सजा सुनाई जाने के बाद गिरफ्तार किया जाना। शुक्रवार, 05 अगस्त को यह फैसला हुआ और उन्हें गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया। पहले यह खबर थी कि इमरान खान को रावलपिंडी की अत्यधिक सुविधाओं से युक्त अदियाला जेल में रखा जाएगा, लेकिन आखिरकार उन्हें अटक जेल में भेज दिया गया।
यह फैसला तोशाखाना मामले की लंबी कारीगरी के बाद आया है। इमरान खान को जीरु नमूने सहित अपने बच्चों के खर्चे या खुद के खर्चे निकालने के लिए तोशाखाना में भड़ा दिया गया था। शनिवार को यह फैसला आ चुका है कि वे इस मामले में दोस्तों का साथ दे रहे हैं, जो ऑडिटर्स की रोल खेल रहे हैं। अदालत ने उन्हें गिरफ्तार किया जाने के नए मुद्दों की चर्चा की है जो उनकी सजा को बढ़ा सकते हैं।
इमरान खान के गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान तहाकीकाती एजेंसी ने एक बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने इमरान खान को जेल में बंद होने के बाद उन्हें हर प्रकार की सुविधाओं का हक नहीं होता है और उन्हें सबको समान ढंग से व्यवहार करना चाहिए।
वे आगामी 10 दिनों में स्वतंत्रता प्राप्त कर सकते हैं। इमरान खान के पक्षधरों ने उनकी गिरफ्तारी के खिलाफ औवकात प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा है कि यह गिरफ्तारी सिर्फ राजनीतिक अखबारों की कुछ पत्रकारों की घोषणा है और इसे उन्हें परेशान करने के लिए किया गया है। इमरान खान पक्ष के नेताओं ने इस मामले में पाकिस्तानी न्यायपालिका पर भी आरोप लगाए हैं।
इमरान खान के उपर अपनी सजा की सुनवाई और उनकी गिरफ्तारी के बाद, पाकिस्तान की सियासी स्थिति में तहलका मच गया है। इस मामले के विरोध में आन्दोलनकारियों ने छात्रावास भावना में सड़कों पर प्रदर्शन किया है। यह उनके खिलाफी और समर्थन दोनों स्वरों का टकराव है।
इस राजनीतिक मामले को लेकर अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी अपनी चिंता जाहिर की है। कई राष्ट्रपतियों ने इमरान खान की गिरफ्तारी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लीडरशिप के खिलाफ हमला माना है। आगे की कारवाई के लिए तहलका पैदा हो सकता है।
इमरान खान गिरफ्तारी के पश्चात ‘राजनीति गुरु’ साइट की राय की ओर से उन्हें इस खबर में सक्रिय रूप से बताया जा रहा है। इसे उनके पक्ष के समर्थकों तक पहुंचाने का उद्देश्य है। पाकिस्तानी राजनीति में इस तरह की गहराई से जुड़ी जानकारी को डिजिटल माध्यम द्वारा जनता तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।
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