विश्व क्षेत्र में यूएई, अमेरिका, सऊदी और भारत द्वारा रेलवे समझौते की उम्मीद
राजनीति गुरु: विश्व के मुख्य देशों में से कई देशों की सरकारें रेलवे क्षेत्र में समझौते की उम्मीद जताने की ओर बढ़ रही हैं। यूएई, अमेरिका, सऊदी और भारत ने एक साथ काम करके रेलवे क्षेत्र में सशक्तीकरण को बढ़ाने की योजना बनाने की बातचीत की है। यह साझेदारी उन्नतिशील एवं विश्व स्तर पर स्तंभित होने की उम्मीद को दर्शाती है।
जी-20 चीन ब्राइ अधिकार्यता में बढ़ाने के लिए भारत, अमेरिका और यूएई की साझेदारी
इन दिनों, चीन की ब्राइ (वैश्विकरण) नेटवर्क पर विवाद चिढ़ने को लेकर भारत, अमेरिका और यूएई ने एकजुटता का ऐलान किया है। इन देशों के प्रमुख नेताओं के मुताबिक, ये चीन की ब्राइ की अधिकारता को कम करने तथा उच्च गति इंटरनेट स्वरूपों के लिए साझेदारी करेंगे। इसके अलावा, वे भी इस मुद्दे को जी-20 में खोलकर चर्चा करेंगे। यह साझेदारी चीन को संबोधित करने के लिए भारत, अमेरिका और यूएई की एकता को दर्शाती है।
चीन के बीआरआई पर हो सकता है मात, भारत और अमेरिका ध्यान में रखते हैं यूएई- सऊदी के मेगाप्लान को
यूएई और सऊदी अरब के बीच घोषित हुए “एक महासंघ स्थापित करने के लक्ष्य” वाले मेगाप्लान पर भारत और अमेरिका ने गाढ़ी नजर रखी है। इस योजना के तहत, यूएई और सऊदी अरब एक मात्र मंथन मुद्दों पर काम करेंगे और पारिस्थितिकी, राष्ट्रीय सुरक्षा, रेलवे सुरक्षा और तकनीकी मामलों को संबोधित करेंगे। भारत और अमेरिका की एकाएक मुद्दे पर यूएई एवं सऊदी अरब के बीआरआई बिंदु मिल सकते हैं।
यूएई और सऊदी में रेलवे अभियान को लेकर मेगाप्लान बनाने की उम्मीद
यूएई और सऊदी अरब अब रेलवे क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्ट पर मेगाप्लान बनाने की उम्मीद जता रहे हैं। यह मेगाप्लान रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को और भी सुरक्षित, मजबूत और सामरिक बनाने के लक्ष्य को प्राप्त करेगा। इसके साथ ही, इसमें रेलवे सुरक्षा, ट्रेनों की सुरक्षा, स्थानीय रेलवे सेवाओं को उच्चतर स्तर पर लाने की योजना भी होगी। यूएई और सऊदी अरब की यह मेगाप्लान की संभावित अमलीकरण से विश्व स्तर पर महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं।
इन देशों का मामला जी-20 में होगा संबोधित
बीआरआई विवाद में यूएई और सऊदी अरब की साझेदारी के बाद, इस मुद्दे को जी-20 में संबोधित करने की संभावना भी है। जी-20, जो विश्व के शीर्ष 20 अर्थव्यवस्था को सम्मिलित करने का उद्देश्य रखता है, महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करने के लिए खोला जाता है। यह चर्चा यूएई और सऊदी अरब के बीआरआई विवाद को संबोधित करने का एक मंच भी दे सकती है। इससे यूएई, सऊदी अरब और भारत को मामलों को एक नजर से देखने का मौका मिलेगा और यह एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है रेलवे समझौते की दिशा में।
राजनीति गुरु के लिए, यह साझेदारी विश्व स्तर पर स्थायित्व बनाने का एक और प्रमाण है। इससे विश्व में रेलवे क्षेत्र के विस्तार, सुरक्षा और प्रगति में सकारात्मक परिवर्तन आ सकते हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था और प्रगति में ये देशों की साझेदारी का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।
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