बाजार में चर्चा में है कि टॉप 10 सबसे वैल्यूएबल कंपनियों की मार्केट कैप में परिवर्तन हुआ है। इन कंपनियों में शामिल हैं बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, TCS और HDFC बैंक। इन कंपनियों की मार्केट कैप में पिछले कुछ समय से वृद्धि हुई है।
यहां तक कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट कैप में भी एक प्रमुख दरार आई है। इसकी मार्केट कैप घटते हुए 19,336.49 करोड़ रुपये से 15,68,216.88 करोड़ रुपये हो गई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थिति में भी कुछ बदलाव हुआ है।
सोशल मीडिया पर ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ICICI बैंक की मार्केट कैप में भी कमी आई है। बैंक की मार्केट कैप यानी बाजारी मंकेंशंस में 4,671.54 करोड़ रुपये से 6,62,057.43 करोड़ रुपये हो गई है। इसके पीछे के कारणों पर अभी तक खुलासा नहीं हुआ है।
सबसे बड़ी सार्वजनिक बैंक में से एक, भारतीय स्टेट बैंक की मार्केट कैप में भी थोड़ी सी गिरावट आई है। बैंक की मार्केट कैप घटते हुए 4,105.33 करोड़ रुपये से 5,30,211.19 करोड़ रुपये हो गई है।
वित्तीय विपणन कंपनी ITC की मार्केट कैप में भी धक्का लगा है। मार्केट कैप 2,743 करोड़ रुपये से 5,51,463.84 करोड़ रुपये हो गई है।
भारती एयरटेल, भारत की बड़ी टेलीकॉम कंपनी में से एक, की मार्केट कैप भी गिरी है। इसकी मार्केट कैप 196.19 करोड़ रुपये से 5,19,082.95 करोड़ रुपये रह गई है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की मार्केट कैप वाली कंपनी टॉप 10 कंपनियों में सबसे बड़ी है। इसकी मार्केट कैप गिरती हुई भी 15,68,216.88 करोड़ रुपये है। यह कंपनी विभिन्न क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी से खुद को साबित करती आ रही है।
अब यह देखा जा रहा है कि कुछ बड़ी कंपनियों में मार्केट कैप में थोड़ा उतार-चढ़ाव हुआ है। इसका विश्लेषण और इससे आने वाले प्रभाव की जानकारी अभी तक नहीं है। फिर भी, बाजार विश्लेषकों के अनुसार, इस परिस्थिति की एक बड़ी कारण हो सकती है कि अन्य कंपनियों की मार्केट कैप में वृद्धि हुई है। यह देखा जा रहा है कि इन कंपनियों की शुरुआती निवेशकों की संख्या में वृद्धि हुई है और वो निवेशक अब यहां डिवीडेंड्स और अच्छी रिटर्न प्राप्त कर रहे हैं।
यहां तक कि इन कंपनियों में नवीनतम तकनीकी और प्रबंधन के उत्कृष्ट सूचना क्रमवार उपयोगकर्ता तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में, नवीन निवेशकों के उत्साह को ध्यान में रखते हुए मार्केट कैप में इस तरह के बदलाव होना स्वाभाविक है।
सभी तदारूपों में, मार्केट कैप की गिरावट और वृद्धि से जियोधर्म अपील तैयार रहिये। इसका विश्लेषण अनुभवी विशेषज्ञों द्वारा करना चाहिए और अपने निवेश को स्पष्टता और सतर्कता के साथ चुनें।
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