अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने चिकनगुनिया वैक्सीन को मंजूरी दी है। इस वैक्सीन का नाम इक्स्चिक रखा गया है। चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए इक्स्चिक वैक्सीन को 18 साल और उससे अधिक उम्र वालों को दिया जाएगा। इक्स्चिक वैक्सीन को एक खुराक में इंजेक्ट किया जाता है। इसमें चिकनगुनिया वायरस का एक जीवित और कमजोर वेरिएंट मौजूद होता है। पिछले 15 सालों में चिकनगुनिया के 50 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। चिकनगुनिया वायरस नवजात शिशुओं के लिए भी घातक है। चिकनगुनिया वायरस नए भौगोलिक क्षेत्रों में फैल गया है, जिससे बीमारी के ग्लोबल लेवल पर फैल गया है। उत्तरी अमेरिका में 3,500 लोगों पर दो क्लिनिकल टेस्ट किए गए, जिसमें लोगों में सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बुखार कम हो गया। चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से गंभीर बीमारी और लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इक्स्चिक वैक्सीन की मंजूरी से बाहरी देशों में चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण के खतरे कम होने की उम्मीद है। इस वैक्सीन के रोलआउट में तेजी आ सकती है। हालांकि वैक्सीन का उपयोग सिर्फ वैक्सीन विक्रेताओं द्वारा ही किया जाएगा और यह डॉक्टरों द्वारा सीधे नहीं दी जाएगी। आधुनिक चिकनगुनिया वैक्सीन के विकास के लिए एफडीए ने अधिकतम संरक्षण और मार्गनिर्देशिका के लिए नीतियां तय की हैं।
Original article in Hindi:
अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने चिकनगुनिया वैक्सीन को मंजूरी दी है। इस वैक्सीन का नाम इक्स्चिक रखा गया है। इसे 18 साल और उससे अधिक उम्र वालों को दिया जाएगा। अमेरिकी दवा रेगुलारिटी की तरफ से Ixchiq को हरी झंडी मिलने से उन देशों में वैक्सीन के रोलआउट में तेजी आने की उम्मीद है जहां वायरस का ज्यादा खतरा है। इक्स्चिक वैक्सीन को एक खुराक में इंजेक्ट किया जाता है। इसमें चिकनगुनिया वायरस का एक जीवित और कमजोर वेरिएंट मौजूद होता है। उत्तरी अमेरिका में 3,500 लोगों पर दो क्लिनिकल टेस्ट किए गए, जिसमें लोगों में सिरदर्द, थकान, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, बुखार कम हो गया। चिकनगुनिया वायरस नए भौगोलिक क्षेत्रों में फैल गया है, जिससे बीमारी के ग्लोबल लेवल पर फैल गया है। पिछले 15 सालों में चिकनगुनिया के 50 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं। चिकनगुनिया वायरस नवजात शिशुओं के लिए भी घातक है। एफडीए के सेंटर फार बायोलॉजिक्स इवेल्यूशन एंड रिसर्च के निदेशक पीटर मार्क्स ने चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण से गंभीर बीमारी और लंबे समय तक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इक्स्चिक वैक्सीन की मंजूरी से बाहरी देशों में चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण के खतरे कम होने की उम्मीद है। इस वैक्सीन के रोलआउट में तेजी आ सकती है। हालांकि वैक्सीन का उपयोग सिर्फ वैक्सीन विक्रेताओं द्वारा ही किया जाएगा और यह डॉक्टरों द्वारा सीधे नहीं दी जाएगी। आधुनिक चिकनगुनिया वैक्सीन के विकास के लिए एफडीए ने अधिकतम संरक्षण और मार्गनिर्देशिका के लिए नीतियां तय की हैं।
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