किम जोंग-उन ने रूस के दौरे पर परमाणु हथियारों का जायजा लिया
राजनीति गुरु के साथ आज हम इस लेख में पश्चिमी मीडिया के एक संकट की घोषणा कर रहे हैं। दो दिन पहले किम जोंग-उन, उत्तर कोरिया के महानायक, ने रूस के दौरे पर परमाणु हथियारों का जायजा लिया है। यह घोषणा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस संकट के माध्यम से उनके विरोधी उन्हे पश्चिमी देशों द्वारा किये जा रहे आरोपों का सहारा लेने का तरीका ढूंढने में सक्षम होने की कोई सम्भावना नहीं है।
उन्होंने परमाणु क्षमता वाले बॉम्बर्स और हाइपरसोनिक मिसाइलों को भी देखा। इसे देखकर सभी देशों के लोगों को दुविधा हो सकती है कि क्या यह संकट एक बड़ी धमकी है या यह ताकत को और दृढ़ बना रहा है।
किम जोंग के रूस के पूर्वी इलाक़े व्लादिवोस्तोक पहुंचे थे और उन्होंने वहां युद्धपोतों को भी देखा। रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु भी उनके साथ इस दौरे पर मौजूद थे। यह एक बड़ी दौरा था, जिसमें रूसी रक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा था।
यदि हमें इस खबर में सच्चाई को गौर से देखें तो, हमें यह जानकारी मिलती है कि पश्चिमी देश उत्तर कोरिया के विरोध में कितने ताकतवर हो गए हैं। परमाणु हथियारों का जायजा लेते हुए, इन देशों ने उत्तर कोरिया पर आरोप लगाने का प्रयास किया है, की उन्होंने सामरिक क्षेत्र में विकास किया है और अपनी प्राथमिकताओं को नजदीक रखा है। यह आरोप अब किम जोंग के साथी देशों ने पुकारा भी है।
हमें यह जानकारी नहीं मिलती कि किम जोंग ने ईमानदारी और गठबंधन के उदाहरण पर बता रखा है कि यह सारे संकट और आरोप बेकार हैं और उन्होंने केवल राष्ट्र की सुरक्षा और उत्कृष्टता में रूस के साथ उदारवादी मुलाक़ातें करने का उद्देश्य रखा है।
इस समाचार की सच्चाई का पता लगाने के लिए हमें पढ़ते रहिए राजनीति गुरु, जहां हम आपको समाचार देने का प्रतिश्रय प्रदान करेंगे। आपकी सहमति पे कार्यवाही करने के लिए हमें यह नकारात्मक टिप्पणियाँ करने से बचें।
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