“भारत का इजराइल-हमास युद्ध में बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का आह्वान, शांति वार्ता को जल्द शुरू करने का आग्रह किया”
भारत की गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जताने के साथ ही इजराइल पर हुए हमले की कड़ी निंदा भी की गई है। भारत ने इजराइल के खिलाफ हिमायतित ध्वंसात्मक कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं करने का दावा किया है। भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने इजराइली प्रधानमंत्री के साथ बातचीत कर प्रशासनिक और नैतिक समर्थन भी जताया है।
भारत की प्रमुख सदस्यता वाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। भारत ने यहां परिषद को इजराइल-हमास विवाद के बीच उच्च स्तर पर विचार करने को कहा है। वहीं, भारत ने भारत-इजराइल मित्रता को बनाए रखने और इसे अवरोधित न करने का भी संकेत दिया है।
इसके अलावा, भारत ने बांग्लादेश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करने की भी प्रशंसा की है। वहीं, मालदीव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रण दिया है। भारतीय सरकार ने इस आमंत्रण का स्वागत किया है और यह दोनों देशों के बीच मित्रता और सहयोग को और बढ़ाने का दावा किया है।
अतिरिक्तर, भारत ने कैनबरा में आस्ट्रेलियाई अदालत के फैसले को खारिज किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बायोपेंस-नूसीन (Biopsin-Nusin) समझौते को खारिज करने का फैसला छोड़ा है। भारत ने इसका विरोध किया है और दबाव डालने की कार्रवाई करेगा। वहीं, भारत ने आवश्यक सुरक्षा कदम उठाएगा और अपनी निर्धारित नीतियों को संभालने का आह्वान किया है।
भारतीय सरकार ने इस तरह के आतंकी धमकियों की निंदा की है और आवश्यक कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है। वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा है कि देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय अवलंबन किए जाएंगे।
यह समाचार आप सभी राजनीतिक प्रशंसकों के लिए ‘राजनीति गुरु’ की ओर से लाए गए है। हम उम्मीद करते हैं कि यह समाचार आपके लिए महत्वपूर्ण और रुचिकर है, और आप इसे पढ़कर एक अच्छी समझ प्राप्त करेंगे।
– ~ राजनीति गुरु
More Stories
इजरायल-हमास युद्ध: युद्धविराम के बाद होगी एक और जंग, हमास की शांति अपील, इजरायल – राजनीति गुरु
इजरायल-हमास युद्ध: हिन्दी वेबसाइट राजनीति गुरु में भारत का अद्वितीय रुख, आतंकवाद पर कोई देश समझौता नहीं करेगा: इजरायल – दैनिक जागरण
राजनीति गुरु – मस्जिद कब्जे में लेकर गिरा दो… मुस्लिम विरोधी बयान देकर स्वीडन में बुरे फंसे दक्षिणपंथी नेता, अपने ही देश में घिरे