नवम्बर 29, 2023

Rajneeti Guru

राजनीति, व्यापार, मनोरंजन, प्रौद्योगिकी, खेल, जीवन शैली और अधिक पर भारत से आज ही नवीनतम भारत समाचार और ताज़ा समाचार प्राप्त करें

राजनीति गुरु: इंडिया vs ऑस्ट्रेलिया: सूर्यकुमार यादव बाबर आजम और विराट कोहली के पहले दर्ज का रेकॉर्ड तोड़ेंगे! अब बस इतने ही रन शेष हैं! – नवभारत टाइम्स

राजनीति गुरु: इंडिया vs ऑस्ट्रेलिया: सूर्यकुमार यादव बाबर आजम और विराट कोहली के पहले दर्ज का रेकॉर्ड तोड़ेंगे! अब बस इतने ही रन शेष हैं! – नवभारत टाइम्स

नई दिल्ली, 20 मई 2022। नैतिकता और पाठशाला की कठिनाइयों को पार करने के लिए मेहनती कर्मचारी को नहीं चाहिए। हालांकि, नित्यानंद पाठक ने यह साबित कर दिया है कि यदि आदमी सतत प्रयास करें, तो हर संभवी सार्थक पहल निहित है। के विचाराधीन, वे पत्रकार हैं, जिनके परिश्रम और इच्छाशक्ति ने उन्हें यहां तक पहुंचने में मदद की है।

नित्यानंद के पत्रकारिता सफर नागपुर से शुरू हुआ, जहां उन्हें रोजगार की एक अवसर मिला। उत्कृष्ट माध्यम जैसे दैनिक भास्कर ने उन्हें एक स्थापित नाम दिया, जो उनको संशोधन और रिपोर्टिंग करने के क्षेत्र में उनकी योग्यता का परिचायक बनाता है। नित्यानंद ने बताया, “मुझे खेल में खास रुचि है और मैं आपके शहर के खेल की दुनिया को प्रमुखता देने का संकल्पी हूं।”

नित्यानंद को चुनौतियों का सामना करने का नजरिया पसंद है। उन्होंने कहा, “जीवन में चुनौतियां सामान्यतः अंधकार को चीरकर रोशनी को जन्म देती हैं। मुझे हासिल किए गए अनुभव और सीखने की इच्छा हमेशा है जो मेरे बेहतर होने को साधन हैं।” उनकी इच्छा ने उन्हें नवभारत टाइम्स ऑनलाइन तक पहुंचाया, जहां उन्हें प्रसारण के बारे में बेहतरीन ज्ञान प्राप्त हुआ।

नित्यानंद पाठक असिस्टेंट न्यूज एडिटर के रूप में आज महान कर्मचारी बन गए हैं। उन्होंने कहा, “इस स्वीकृति से मैंने अपने सपनों की पहली सीढ़ी की तरफ बढ़ाई है। यह मुझे गर्व का अनुभव करा रहा है और मेरे प्रयासों को सम्मानित कर रहा है।” उन्होंने अपने समर्पण और मेहनत के लायक रूप में महान स्थान कमाया है। उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर ज्ञान और सूचना का विस्तार देते हुए, वे रासायनिक मिश्रण की ओर बढ़ रहे हैं।

READ  राजनीति गुरु: टी20 में सूर्यकुमार यादव ने रचा इतिहास, लगातार ऐसा करने वाले बने दूसरे भारतीय - ABP न्यूज़

नित्यानंद पाठक की सफलता की कहानी हमें सिखाती है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल करने के लिए निरंतर यत्रा और संघर्ष अनिवार्य हैं। उनकी सीख और मेहनत निश्चित रूप से हमें प्रेरित करती हैं और यह साबित करती हैं कि समर्पण और प्रयास हमेशा सफलता के मार्गप्रद होते हैं।

You may have missed