भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरूण कुमार सिंह ने झारखंड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय के बारे में जो बातें कही हैं उससे सूबे की सियासत गरमा सकती है। बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा है कि सरयू राय की शुरू से ही फितरत रही है कि वे किसी समस्या को सार्वजनिक कर देते हैं। अगर कहीं कोई गड़बड़ी हो रही है तो उसे उचित प्लेटफॉर्म पर व्यक्तिगत तौर पर कहना चाहिए।
इधर, पार्टी के अंदर उनके इस बयान को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं, कहा जा रहा है कि सरयू राय को एक तरह से यह मैसेज दिया जा रहा है कि उनके सियासी पैंतरों के आगे सरकार नहीं झुकेगी। देखा जाय तो सरयू राय ने पिछले कई महीनों से सीएस राजबाला वर्मा की कार्यशैली को लेकर सीएम के पत्र लिखा है जिसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इतना ही नहीं सदन में सीएम रघुवर दास खुद सीएस, डीजीपी और एडीजी का बचाव करते हुए नजर आये। इस मुद्दे को लेकर विपक्ष ने खूब हंगामा किया, जिसके कारण सदन को समय से पहले समाप्त करना पड़ा। वहीं सरयू राय ने सीएम के खुलकर सीएस का बचाव करने पर आपत्ति जताई और संसदीय कार्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया।
गौरतलब है कि मंत्री सरयू राय ने खुलेआम ऐलान कर दिया है कि यदि सरकार ने सीएस राजबाला वर्मा पर लगे आरोपों पर कार्रवाई करते हुए 28 फरवरी तक उन्हें पद से नहीं हटाया तो वे होली के बाद कोई बढ़ा कदम उठाएंगे।
हालांकि, राजबाला वर्मा को सेवा विस्तार देने का फैसला तो टल गया है, इससे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि सरयू राय का दबाव कुछ हद तक तो काम आया है पर राष्ट्रीय महामंत्री का बयान तो कुछ और ही बयां कर रहा है।