दिल्ली पुलिस से मंजूरी ना मिलने के बाद भी जिग्नेश मेवाणी, अखिल गोगोई, उमर खालिद व शहला राशिद समेत हजारों लोग युवा हुंकार रैली और जनसभा के लिए संसद मार्ग पहुंचे. रैली में जिग्नेश ने कहा कि हम किसी धर्म के खिलाफ न थे, न होंगे. हम सविंधान को मानते हैं, बाबा साहेब और फूले के विचारों को मानते हैं. आप हम पर हमले कीजिए, फिर भी हम संविधान की बात करेंगे. 2 करोड़ युवाओं की बात न रखने की अगर एक निर्वाचित नेता को भी अधिकार नहीं है तो यही गुजरात मॉडल है. पीएम मोदी को बताना चाहूंगा कि अब तो मैं गुजरात से ही विधायक हूं. आपको कई फाइलें जलानी पड़ी, क्योंकि अब कई भ्रष्टाचार वाली फाइल हमारे पास आने वाली है. हम अब सवाल गुजरात की असेंबली में भी पूछेंगे और सड़कों पर रहकर भी पूछेंगे.
उन्होंने कहा कि मैं पीएम से कहना चाहूंगा कि आपको जवाब देना होगा कि भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए गोगोई के खिलाफ एफआईआर क्यों दर्ज हुआ, आपको रोहित वेमुला के बारे में जवाब देना होगा, आपको जवाब देना होगा कि भीम आर्मी को क्यों टारगेट किया जा रहा है. आप लव जिहाद की जितनी राजनीति करनी हो कर लो, हम प्यार की बात करेंगे. रैली में जिग्नेश ने कहा कि मैं पीएम से सवाल पूछूंगा कि आप क्या चुनेंगे, मनु स्मृति या संविधान?
जिग्नेश ने कहा कि वे लोग हम पर हमले कर रहे हैं क्योंकि मैंने, हार्दिक, और अल्पेश ने उन्हें गुजरात में 99 तक ला दिया. पीएम को बताना होगा कि अब तक 15 लाख रुपये अकाउंट में क्यों नहीं आए? युवाओं के पास रोजगार क्यों नहीं है? मंदसौर में किसान क्यों मारे गए?