कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज होती जा रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भाजपा को एक बार फिर से निशाना बनाया है। उन्होंने खुद को पांडव और राज्य के विपक्षी दल को कौरव करार दिया है। सीएम ने कहा कि वह सही रास्ते पर चल रहे हैं, जबकि भाजपा गलत रास्तों पर है। उनके मुताबिक, विधानसभा चुनाव दो व्यक्तियों नहीं बल्कि दो विचारधाराओं के बीच है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने चुनाव को युद्ध जैसा बताया है।
कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। बीएस येद्दयुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा जहां सत्ता में वापसी करने की कोशिश में जुटी है, वहीं कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए प्रयास कर रही है। कांग्रेस हाईकमान ने इसके लिए विशेष तौर पर एम. वीरप्पा मोइली को कर्नाटक भेजा है। इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद भी सक्रिय हैं। वह 10 फरवरी से अपने चुनावी अभियान के पहले चरण की शुरुआत करने वाले हैं।
कर्नाटक में हिंदुत्व को लेकर जारी विवाद में कर्नाटक की तीसरी सबसे प्रभावशाली पार्टी जनता दल (सेक्युलर) भी कूद गई थी। पार्टी के संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने सोमवार को भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि सहिष्णुता ही हिंदू धर्म की पहचान है। उन्होंने कहा था कि भाजपा हिंदुत्व की बात करती है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति दूसरे धर्मों के प्रति सहिष्णु नहीं हैं तो इसे किस तरह हिंदुत्व कहा जाएगा? कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारास्वामी ने भी भाजपा को आड़े हाथ लिया था। उन्होंने भाजपा को राज्य के लिए अभिशाप करार दिया था।