झारखंड में जैसे- जैसे आम चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, सियासत तेज होती जा रही है। सभी दल राज्य की जनता को लुभाने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं सीट शेयरिंग को लेकर सूबे में भी कवायद जोर पकड़ने लगी है। झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव नजदीक है, संभावना यह भी है लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव भी हो सकता है इसलिये सीट बंटवारे के मसले पर अब देर नहीं करनी चाहिए।
बाबूलाल मरांडी ने कहा महागठबंधन का चेहरा कौन होगा इसका फैसला बातचीत और चर्चा के बाद तय होगा। जनता फैसला कर चुकी है कि झारखंड और केंद्र से भी बीजेपी सरकार को हटाना है और इसका मुख्य कारण है कि सरकार ने जितने वादे किये उसको पूरा नहीं किया एवं सरकार ने जनता की जेब में ही डाका डाल दिया है।
वहीं हातमा बस्ती में जहरीली शराब से मौत मामले पर उऩ्होंने कहा इस घटना के लिये सीधे तौर पर झारखंड सरकार जिम्मेवार है। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने सरकार से कई बार मांग की है कि शराब को पूर्ण बंद करे, लेकिन अबतक इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
वहीं, यूएनडीपी और ओपीएचआई की रिपोर्ट को लेकर भी बाबूलाल ने सरकार को आड़े हाथों लिया। बता दें कि इस रिपोर्ट के अनुसार गरीबी के मामले में झारखंड पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। इसपर बाबू लाल मरांडी ने कहा कि यह रिपोर्ट बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि झारखंड में गरीबी है और गरीबी दूर करने के लिये सरकार सिर्फ घोषणाएं करती है।