विपक्ष का चौतरफा दबाव झेल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आखिरकार बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे के खिलाफ एक्शन लेने का मन बना ही लिया। भागलपुर में 17 मार्च को दो पक्षों के बीच हुए तनाव मामले में नामजद अर्जित शाश्वत चौबे की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है। गठित पांच सदस्यीय टीम को देश भर में कहीं भी छापेमारी की अनुमति मिल गयी है। इस टीम के गठन का फैसला गुरुवार को लिया गया। गठित टीम में पुलिस निरीक्षक (इंस्पेक्टर) राजेश कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक (एसआइ) विजय कुमार सिंह, सिपाही शंभू कुमार, सिपाही जितेंद्र कुमार और सिपाही दिपेंद्र कुमार को शामिल किया गया है। यह टीम नाथनगर थाना में दर्ज दो मामले 176/18 और 177/18 मामले के वारंटियों की गिरफ्तारी करेगी। उक्त टीम को वारंटियों की गिरफ्तारी के लिए देशभर में कहीं भी छापेमारी करने की विशेष अनुमति दी गयी है।
जानकारी के अनुसार पुलिस को अर्जित का आखिरी लोकेशन कोलकाता में मिला है। गठित स्पेशल टीम मामले में अर्जित शाश्वत चौबे की गिरफ्तारी के लिए कोलकाता जा सकती है। वहीं कोलकाता से फ्लाइट से दिल्ली जाने की संभावना पर उक्त टीम छापेमारी के लिए दिल्ली भी जा सकती है।
अर्जित की गिरफ्तारी मामले में पटना गयी भागलपुर पुलिस की एक टीम पटना पुलिस की मदद से अर्जित के तीन संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। हालांकि छापेमारी के लिए गई टीम को निराशा हाथ लगी। पटना गई भागलपुर पुलिस की टीम को अगले आदेश तक पटना में ही रुक कर मामले में अर्जित के लोकेशन की जांच के निर्देश दिये गये हैं।