बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि उत्तर बिहार में बाढ़ एक तरह से भौगोलिक बदकिस्मती ही है. वो कहते हैं कि नेपाल में ऊँचाई पर हिमालय से निकलने वाली नदियां हैं. वहां नदी जल प्रबंधन नहीं हो पा रहा है, बिहार सरकार इसमें सीधे सीधे कुछ कर भी नहीं सकती. इसलिए उत्तर बिहार में बाढ़ के दौरान राज्य सरकार आपदा प्रबंधन प्रभावी तरीके से करती है.
राजनीति गुरु से बात चीत करते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि हालांकि हमलोग भौगोलिक बदकिस्मती के शिकार हैं लेकिन तकनीक की मदद से अब ये आकलन संभव हो पाया है कि किस स्तर पर बाढ़ का पानी आ रहा है. इससे राज्य सरकार को आपदा प्रबंधन की तैयारी करने और जान माल की क्षति होने से बचाने का मौक़ा मिल पाता है.
किसानों की स्थिति के संबंध में स्पीकर ने कहा कि देश में जितने भी किसान आन्दोलन हुए, उनकी आज की स्थिति आप देख लीजिये. असल में किसान टुकड़ों में हैं. उनकी पहचान कई स्तर पर बंट जाती है. किसान का बेटा अगर डॉक्टर हो गया या कोई और प्रोफेशनल हो गया तो उसकी पहचान बदल जाती है. ऐसे में इनका एकत्रित होना संभव नहीं हो पाता. उन्होंने कहा कि हालांकि किसानों की जिन्दगी में भी बेहतरी आई है.