बिहार में सियासत पूरी तरह गरम गया है. राजद नेता और राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव के सुशील मोदी पर धमकी भरे बयान से नया बवाल खड़ा हो गया है. तेजप्रताप के बयान को एनडीए के नेताओं ने शर्मनाक बताया. नेताओं का मानना है कि तेजप्रताप का बयान संसदीय मर्यादाओं के प्रतिकूल है. मामला फ़िलहाल सुलझता दिखायी नहीं दे रहा है.
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तेजप्रताप यादव का ये हाल उनकी अधूरी पढ़ाई की वजह से है, तेजप्रताप को लालू प्रसाद ने ग्रेजुएट नहीं बनने दिया. फिर तेजप्रताप की जगह छोटे पुत्र को डिप्टी सीएम बनाया और अब छोटे बेटे को ही सीएम फेस घोषित कर तेजप्रताप को घर का स्थायी छोटू बना दिया. कई कारणों से तेजप्रताप अवसादग्रस्त हैं.
भाजपा नेता और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कहा कि यह दोष तेजप्रताप को अपने घर से मिले 'संस्कार' का है. पहले तो लालू प्रसाद 'फूहड़' भाषा के 'मास्टर' थे लेकिन बेटा तो 'प्रोफेसर' निकला. अच्छा रहेगा की बेटे की इस गलती पर लालू स्वयं माफ़ी मांगें.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि अमर्यादित बयान देने के महारथी हैं लालू प्रसाद और शायद वे अपने बेटे को भी यही सीख दे रहे हैं. लगता है राजद ने राजनीतिक मर्यादा को विसर्जित कर दिया है.
वहीं, जदयू प्रदेश प्रवक्ता सह विधान पार्षद नीरज कुमार ने तेजप्रताप पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पुत्र की शादी में उन्होंने हंगामा किया तो उनका ऐसा इलाज करेंगे कि उन्हें नानी याद आ जाएगी. जिस तरह तेजप्रताप ने भाषा का प्रयोग सुशील मोदी के लिए किया है, वह मर्यादित नहीं है.
पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते कहा कि तेजप्रताप दुर्भाग्य से मंत्री बन गए थे, लेकिन शारीरिक व मानसिक रूप से वह अस्वस्थ हैं. तेजप्रताप लालू-राबड़ी के कुपुत्र हैं कहते हुए रामाधार सिंह ने कहा लालू उनका कोइलवर स्थित मानसिक अस्पताल में इलाज कराएं.
उधर इस पूरे प्रकरण पर लालू प्रसाद ने पलटवार किया है, उन्होंने कहा कि सुशील मोदी बेवजह डर रहे हैं, तेजप्रताप कुछ नहीं करेगा. लालू प्रसाद ने कहा सुशील मोदी निश्चिन्त होकर अपने बेटे की शादी करें. बेवजह न डरें मोदी, मेरे घर का लड़का किसी को मारने-पीटने नहीं जाएगा.