मिशन 2019 की तैयारी को लेकर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने जो डिनर दी उसके जायके का असर अब धीरे-धीरे देश की सियासत पर भी देखने को मिलेगा। कहा जा रहा है कि ये डिनर सियासी मेलजोल बढ़ाने के लिए किया गया था जो सफल रहा। इसमें माकपा, भाकपा तृणमूल कांग्रेस, बसपा, सपा, जदएस, राजद सहित 20 विपक्षी दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया। सोनिया के आवास पर हुए इस डिनर में राकांपा के शरद पवार, सपा के रामगोपाल यादव, बसपा के सतीशचंद्र मिश्र, राजद से मीसा भारती और तेजस्वी यादव, माकपा से मोहम्मद सलीम, द्रमुक से कनिमोझी, और शरद यादव आदि ने हिस्सा लिया।
कहा जा रहा है कि इस बैठक में विपक्ष की एकजुटता को लेकर बातचीत हुई। सोनिया गांधी के इस दावत को लोकसभा चुनाव में एनडीए के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष खड़ा करने की कोशिश है। वहीं इस दावत में जुटे नेताओं ने भी यह स्पष्ट कर दिया कि इसके बाद आगे क्या होने वाला है। दावत में शामिल होने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि यह एक दोस्ताना बैठक थी। उन्होंने कहा कि डिनर के दौरान देश के संविधान की सलामती पर चर्चा हुई। भाजपा पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि वर्तमान में देश तानाशाह सरकार के हाथों में है। यहां आए सभी दल इस सरकार को हटाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में काबिज सरकार से एनडीए का कोई भी सहयोगी खुश नहीं है। अकाली दल, शिवसेना, टीडीपी सभी केंद्र सरकार से नाराज हैं।
इस रात्रिभोज में समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव, एनसीपी से शरद पवार, राजद से तेजस्वी यादव और मीसा भारती, नेशनल कॉन्फ्रेंस से उमर अबदुल्ला, झारखंड मुक्ति मोर्चा से हेमंत सोरेन, सीपीआई से डी राजा, रालोद से अजित सिंह, सीपीएम से मोहम्मद सलीम, डीएमके से कनिमोझी, बीएसपी से सतीश मिश्रा, जेवीएम से बाबूलाल मरांडी, आरएसपी से रामचंद्र, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा से जीतन राम मांझी, जेडीएस से डॉ. के रेड्डी, एआईयूडीएफ से बदरुद्दीन अजमल, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, आईयूएमएल से कुट्टी, केरल कांग्रेस के जोश के मनी, हिंदुस्तान ट्राइबल पार्टी से शरद यादव, कांग्रेस के राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद, मनमोहन सिंह, एके एंटनी, रणदीप सुरजेवाला, अहमद पटेल आदि शामिल हुए।