यूपी और बिहार के उपचुनाव के रिजल्ट ने बीजेपी की उम्मीदों पर तो पानी फेर ही दी है लेकिन इससे विपक्ष सहित बीजेपी के सहयोगी दलों को भी बीजेपी पर हमला करने का मौका दे दिया है। बीजेपी को गोरखपुर, फूलपुर और अररिया तीनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है।
एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव 2019 के बाद लोकसभा में बीजेपी और कांग्रेस के सीटों की संख्या में बदलाव की बात कही है। शिवसेना ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि यूपी और बिहार उपचुनावों के परिणाम विपक्ष में उत्साह का संचार करेंगे। उनमें बीजेपी को हराने के लिए और मजबूती से खड़े होने को प्रोत्साहित करेंगे। पार्टी का कहना है कि हालांकि विपक्ष के पास सत्तारूढ़ दल से टक्कर लेने के काबिल कोई नेता नहीं है।
गौरतलब है कि शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के एक संपादकीय में लिखा है कि 2019 में होने वाले आम चुनावों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 'छवि' से लड़ना होगा। सामना ने लिखा है कि उपचुनाव का परिणाम विपक्ष को उत्साह से भर देगा। पार्टी का कहना है कि लोग अब अपनी 'कल्पना की दुनिया' से बाहर आ रहे हैं। शिवसेना का कहना है कि लोगों को अब एहसास हो गया है, कि उनके साथ धोखा हुआ है। हालांकि विपक्ष के पास ऐसा नेतृत्व नहीं है, जो जनता में व्याप्त आक्रोश को हवा दे सके। हालांकि, शिवसेना ने अगले वर्ष होने वाले आम चुनावों के बाद संसद में भाजपा और कांग्रेस की सदस्य संख्या में बदलाव आने की बात कही है।