राजद ने 6 जनवरी 2018 को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। राजद प्रमुख लालू प्रसाद के चारा घोटाला के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास पर मंगलवार को बैठक हुई।
राबड़ी देवी की मौजूदगी में बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने की। वरिष्ठ नेताओं ने लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद उत्पन्न हालात व पार्टी की स्थिति पर विचार किया। कार्यकर्ताओं को एकजुट रखने को उनके बीच लालू प्रसाद का संदेश देने को 6 जनवरी को पार्टी के वर्तमान व पूर्व सांसद-विधायक पार्टी पदाधिकारियों, चुनाव में उम्मीदवार रहे नेताओं, प्रकोष्ठों के नेताओं, जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया है। बैठक का मकसद वरिष्ठ नेताओं के बीच लालू प्रसाद के जेल जाने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व स्वीकृति देना भी था। बैठक में तेजस्वी के नेतृत्व को लेकर पूर्व में विरोध जताने वाले वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए।
डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि हम वर्ष 2019 का इंतजार नहीं करेंगे। बल्कि 2018 में ही राज्य सरकार को ध्वस्त कर देंगे। उन्होंने कहा कि राजद एकजुट है। बैठक में वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, रामचंद्र पूर्वे, मंगनीलाल मंडल, इलियास हुसैन, अब्दुलबारी सिद्दीकी, शिवचंद्र राम, विजय प्रकाश, भाई वीरेंद्र, शक्ति सिंह शामिल हुए।