राज्य में अनाथ बच्चों के चेहरे पर मुस्कान हो, उनके सपने पूरे हों. राज्य सरकार इसके लिए कृतसंकल्प है. राज्य में कुल 18 हजार अनाथ बच्चे हैं। उन बच्चों को कौशल प्रशिक्षण दे कर उनको स्वाबलंबी बनाने का काम किया जा रहा है। राज्य गठन के 17 वर्ष के बाद सरकार राज्य में छिपी ऐसी प्रतिभा को सम्मानित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट भवन में ये बात कही.
उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि भारत में हमारा जन्म हुआ है। भारत की संस्कृति है कि हमने जो कुछ भी समाज से लिया है उसमें से कुछ न कुछ हम वापस करें। आज सम्मानित होने वाले सभी प्रबुद्ध लोगों ने बिना किसी सरकारी सहायता के राज्य का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के साथ जब इतने हाथ साथ देने के लिए उठे हैं तो राज्य का विकास होने से कोई भी राष्ट्रविरोधी ताकत सफल नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने सभागार में उपस्थित सभी प्रबुद्ध लोगों से आग्रह किया कि वे अपने ज्ञान की ज्योति जलाते रहे और राज्य के गांव, समाज, जिला के लोगों के लिए प्रेरणा बने। उन्होंने बताया कि 12 नवंबर 2017 को खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले खिलाड़ियों को भी सरकार ने सम्मानित किया है।
रघुवर दास ने कहा कि स्थापना दिवस के अवसर पर वे जनता को आश्वस्त करना चाहते है कि अगले चार वर्ष में झारखण्ड देश का सबसे विकसित राज्य होगा और अगले दस वर्ष में यह राज्य विश्व के सबसे विकसित राज्य में से एक होगा। झारखण्ड खनिज सम्पदा से भरी हुई है। जहां जरुरत थी मजबूत और स्थिर सरकार की। आज राज्य में जन शक्ति के कारण ही विकास कार्य हो रही है। झारखण्ड बदल रहा है, देश बदल रहा है। देश, राज्य और समाज के लिए कुछ करने की तमन्ना हर व्यक्ति में होना चाहिए। लोग अपने अपने गांव टोला, वार्ड में स्वच्छता कार्य करें। दिसम्बर तक सभी 32 हजार गांव में सखी मंडल बना कर महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। 2020 तक न्यू झारखण्ड बन कर तैयार हो जायेगा, जहां कोई गरीब नहीं होगा। बिजली, पेयजल, शौचालय आदि सब कुछ गरीबों के पास होगा और सब मिल कर भगवान बिरसा मुंडा के सपने को पूरा करेंगे।
समारोह में सम्मानित होने वाले विशिष्ट प्रबुद्ध में –
01. दयामनी सोय
02. विश्वासी पूर्ति
03. विश्वजीत राय चौधरी
04. शशिधर आचार्य
05. प्रवीण कर्मकार
06. तरुण कुमार सिंह
07. अवनींद्र कुमार सिंह
08. दोरोथिया केरकट्टा
09. सिदो हंसदा
10. योगेश कुमार सिंह
11. अनंत सिन्हा
12. अवधेश पाण्डेय
13. जगदीश महतो
14. महादेव महतो
15. अंजलि पिंगुआ
16. सुधा लीला
17. गंदुरा उरांव