एसटी, एससी एक्ट को लेकर दलित संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के विरोध में आरक्षण विरोधी संगठनों ने आज फिर भारत बंद करवाया है जिसका असर फिर से देखने को मिला। विभिन्न राज्यों में इससे जुड़े उग्र प्रदर्शनों की गूंज सुनाई दी। बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान व उत्तर प्रदेश सरीखे राज्यों में हिंसा और आगजनी हुई। बिहार के आरा जिले में दो गुटों के बीच झड़प हो गई थी। मामला इतना बढ़ गया कि नौबत पत्थरबाजी और फायरिंग तक आ गई। हिंसा के मद्देनजर यहां धारा 144 लागू की गई। मध्य प्रदेश के भिंड और मुरैना में कर्फ्यू लगाया गया है। राजस्थान में बंद के चलते दुकानदारों ने दुकानें बंद रखीं।
बता दें कि यह सोशल मीडिया के जरिए कुछ संगठनों और समूहों ने यह बंद बुलाया है, जबकि कुछ लोग इसे सवर्णों का भारत बंद करार दे रहे हैं। देश में यह बंद का आह्वान आरक्षण के खिलाफ किया गया है। किसी बड़े संगठन या दल ने इस संबंध में कोई ऐलान नहीं किया था। ऐसे में छोटे-छोटे संगठनों की इसे साजिश होने की आशंका माना जा रहा है। गृह मंत्रालय ने इस बाबत राज्यों को सोशल मीडिया के साथ कानून एवं व्यवस्था चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए हैं।
बिहार के आरा जिले में दो गुटों के बीच भिड़ंत हो गई। दोनों ही एक-दूसरे पर इस दौरान पत्थर-गुम्मे फेंक रहे थे। घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोग पत्थरबाजी कर रहे थे। क्लिप में इसके अलावा गोली चलने की आवाज भी सुनाई देती है। आरा में इसके अलावा विरोध प्रदर्शन के दौरान छह-सात पुलिस वालों के जख्मी होने की खबर आ रही है।
उधर, राजस्थान में भी इस बंद का असर देखने को मिला। मंगलवार सुबह से यहां के बाजारों में सन्नाटा देखने को मिला। झालावाड़ में जाति आधारित आरक्षण को लेकर दुकानें बंद रहीं, जबकि कुछ जगहों पर लोगों ने बाइक रैली निकाली और अपना विरोध जताया। उत्तर प्रदेश के एटा में भी बाजार बंद रहे। लोगों ने जातिगत आरक्षण के विरोध में यहां भी मोटरसाइकिलों पर सवार होकर रैली निकाली।