पीएनबी घोटाला सरकार के लिए किरकिरी की वजह बन गई है, आये दिन विपक्ष के हमले से तो वह पहले ही निपटने की कोशिश कर रही है लेकिन अब बीजेपी आलाकमान से नाराज चल रहे नेताओं ने भी प्रहार करना शुरू कर दिया है। इससे पार्टी की कुछ ज्यादा ही फजीहत हो रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने इस मामले में कहा कि कांग्रेस-बीजेपी जिस तरह से एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, उससे तथ्य सामने नहीं आएगा।
यशवंत सिन्हा ने कहा कि अच्छा ये होगा कि सरकार 2011 से 2017 तक जितने भी एलओयू नीरव मोदी की कंपनी को जारी हुए हैं, उनकी जानकारी सार्वजनिक कर देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यूपीए के समय में 2011 से 2014 के मई तक कितने एलओयू जारी हुए हैं, अब ये बताना चाहिए कि मई 2014 से 2017 तक एनडीए सरकार में कितने एलओयू जारी हुए हैं।
सिन्हा ने कहा कि ये बैंक के दो अधिकारियों ने किया है लेकिन ऐसा नहीं हैं जब इतनी पेमेंट एक ब्रांच से रिलीज़ हो रही है तो आरबीआई की जानकारी में ये मामला जरूर आया होगा।
उन्होंने कहा कि मैंने भी वित्त मंत्रालय चलाया है इसलिए कह सकता हूं बैंक के बड़े अधिकारियों पर राजनैतिक दबाव भी रहता है इस तरह के लोन के लिए और कई बार बैंक के अधिकारी दबाव में आ जाते हैं।