बीजेपी भले ही एक के बाद दूसरी जीत के साथ हर चुनाव में एक नया कीर्तिमान बना रही हो लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि बीजेपी के सांसद इस जीते के प्रभाव में न आयें वे जी-जान से अगले चुनाव की तैयारियों में जुट जायें। इसके साथ सांसद लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं के संपर्क में रहें ताकि उन्हें जमीनी हकीकत का पता चलता रहे। चुनाव जीतने के लिए हरेक कार्यकर्ता से हमेशा संपर्क में बने रहना जरूरी है, उसके फीडबैक से ही आगे की रणनीति बनाई जा सकती है। पीएम नरेंद्र मोदी ने पार्टी की संसदीय कमिटी की बैठक में भाजपा नेताओं और सांसदों को संबोधित करते हुए उन्हें जीत की बधाई दी। इसी के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि ये जीत तो मात्र एक शुरुआत है, भाजपा नेताओं को इस जीत से ज्यादा उत्साहित न होते हुए भविष्य की रणनीति के बारे में सोचना चाहिए।
पीएम ने बीजेपी नेताओं और सांसदों को कहा कि वे अपने व्यस्त कार्यक्रम के बीच से कुछ समय निकाल कर दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर मौजूद पार्टी के नए मुख्यालय में कुछ समय बिताना चाहिए, जहां वो पार्टी के अन्य वर्कर्स के मुलाकात करें और उनकी बात सुनें। जिससे पार्टी को मजबूत करने के साथ-साथ भविष्य के चुनावों की भी तैयारी की जा सके। इसी के साथ पीएम ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से भाजपा के सांसदों और उन सभी नेताओं को शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में डिनर के लिए आमंत्रित किया, जो मेघालय में संगमा और उनके कैबिनेट के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मौजूद थे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने संसदीय कमिटी की बैठक भाजपा के सभी नेताओं को भविष्य के चुनावों के लिए तैयार रहने को कहते हुए कुछ समय पार्टी ऑफिस में देने के लिए कहा। दरअसल, आने वाले समय में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, कर्णाटक और पश्चिम बंगाल में चुनाव होने वाले हैं और प्रधानमंत्री का लक्ष्य मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को बचाने के साथ-साथ तमिलनाडु, कर्णाटक और पश्चिम बंगाल को जीतने का भी है।