राजधानी रांची में ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर विवाद जारी है. शहर में आम लोगों को हो रही परेशानियों के बहाने विपक्ष ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को खूब आड़े हाथों लिया है. मुख्यमंत्री के आनन-फानन में सड़कों के कट बंद करने को विपक्ष ने अदूरदर्शीता बताया और जनता की आंख में धूल झोंकने की चाल कहा. सरकार पर आरोप लगाया कि अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री खुद सड़क पर उतर कर ट्रैफिक संभाल रहे हैं.
विपक्ष के बयानों से घिरी भाजपा ने इस पर तीखा पलटवार किया है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता दीनदयाल बर्णवाल ने कहा है कि विपक्ष का काम सिर्फ विरोध करना रह गया है. पिछले 3 वर्षों में मुख्यमंत्री ने जो भी निर्णय लिए हैं. विपक्ष ने हमेशा विरोध किया है. सिर्फ नकारात्मक राजनीति की जा रही है.
हम सभी जानते हैं कि कई वर्षों से लगातार रांची जगह-जगह पर जाम लग जाता है. इस जाम के कई कारण हैं. राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास जी ने सड़कों पर उतर कर रांची को जाम मुक्त करने का बीड़ा उठाया है. गली मोहल्ले में जाकर लोगों के साथ बैठक की है, कई ऐसे रोड कट को बंद कराया है जिसके कारण लगातार दुर्घटना की संभावना बनी रहती थी.
बर्णवाल ने कहा कि शुरुआती दौर में कुछ परेशानियां जरूर होती हैं लेकिन अंततः परेशानी दूर होगी ऐसा मुख्यमंत्री का मानना है. इस विषय पर उच्च न्यायालय ने भी मुख्यमंत्री के कदम को सराहा है, मुख्यमंत्री के निर्णय को बिल्कुल सही बताया है और लोगों से अपील की है कि मुख्यमंत्री के सकारात्मक प्रयास में सहयोग करें ताकि रांची को स्वच्छ और जाम मुक्त शहर बनाया जा सके.
श्री बर्णवाल ने कहा कि विपक्ष अपने गिरेबान में झांके कि जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने क्या किया. विपक्ष सिर्फ विधवा विलाप में लगा हुआ है जिसका भाजपा निंदा करती है. जबकि विपक्ष को चाहिए कि रांची को साफ और बेहतर बनाने में सहयोग करें.