राजद अपराध और अपराधियों का महिमामंडन कर रहा है, यह लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मर्यादा का हनन है। गरीब, गुरुबों, दलित, पिछड़ों की बात करने वाली पार्टी का सामंती सोच उजागर हो चुका है। किसी गरीब को झूठे मुकदमे में फंसाकर सेवा के लिए जेल भेजना इसी प्रकृति का परिचय देता है।
ये बातें भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो. आदित्य साहू, दीनदयाल वर्णवाल और प्रतुल शाहदेव ने पत्रकारों को कही। उन्होंने कहा कि सजायाफ्ता लालू यादव के साथ कांग्रेस, झामुमो और झाविमो के नेता महिमामंडन कर रहे हैं। ये सभी पार्टियां परिवारवाद, वंशवाद से ग्रसित हैं। सबका डीएनए एक है। लालू यादव पर हमला करते हुए कहा कि लालू न्यायालय में भींगी बिल्ली बनकर सजा कम करने की याचना करते हैं और बाद में धमकी की भाषा बोलते हैं। भाजपा लोकतंत्र में इस प्रकार की भाषा की निंदा करती है।
आज यूपीए घटक दल एक सजायाफ्ता व्यक्ति के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि लालू यादव का पूरा परिवार ही अभी जांच के घेरे में है। जो व्यक्ति स्वयं चुनाव नहीं लड़ सकता, उसके भरोसे चुनाव लड़ने की बात करना दिवा स्वप्न है। झारखंड की जनता ने लाश पर राज्य बनाने की बात करने वाले को पूरी तरह पिछले चुनाव में साफ कर दिया है। अब लालू जी को झारखंड की जनता से अपने अपराधों के लिए क्षमा मांगनी चाहिए जबकि वे हिंसा की भाषा बोल रहे हैं।