भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को कालेधन के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा कदम बताया। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने कहा कि नोटबंदी एक साहसिक फैसला है। श्री गिलुआ ने कहा कि नोटबंदी के बाद चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा चुनाव हुए जहां भाजपा भारी सर्मथन मिला है। इससे जाहिर होता है कि आमजन ने खुले दिल से सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। गिलुआ ने कहा की कुछ समस्याएं जरूर आई थी लेकिन देशहित में ये कदम जरूरी था और अब सब ठीक हो गया है।
नोटबंदी के बाद इसके असर पर बात करते हुए उन्होंने कहा की राज्य में नक्सल गतिविधियों में लगभग 25 प्रतिशत कमी आई है। नोट बंदी को लेकर मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुये कहा की 2.24 लाख फर्जी कंपनियां पकड़ी गईं, 37 हजार की पहचान हुई। 23.22 लाख खातों में लगभग 3.68 लाख करोड़ संदिग्ध कैश मिला है । 29213 करोड़ की अघोषित आय का पता चला है। 3.68 करोड़ के कैश डिपॉजिट की जांच हो रही है। 91 लाख नए लोगों को करदाता की श्रेणी में जोड़ा गया। बैंक लोन पर ब्याज दरों में कमी आई है।
वहीं इसे मुद्दे पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि घोटालों और कालाधन के बल पर चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस- झामुमो जैसे दल नोट बंदी के बाद तिलमिला उठे हैं। नोट बंदी के एक साल पूरे होने पर काला दिवस मनाने की घोषणा करने वाले विपक्षी दलों का असली चेहरा जनता के सामने बेनकाब हो गया है। इस ऐतिहासिक फैसले का विरोध करने वाले दल कालाधन के समर्थक हैं, इसलिए भाजपा 8 नवंबर को कालाधन विरोधी दिवस मना रही है।
प्रभाकर ने कहा कि नोटबंदी के बाद कालेधन की समानांतर अर्थव्यवस्था हिल गई है। कांग्रेस, झामुमो, सपा, राजद, बसपा समेत कई विपक्षी दलों की राजनीति भ्रष्टाचार और कालेधन की बदौलत चल रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी कर इस पर कुठाराघात कर दिया, तो ये अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं। नोट बंदी के खिलाफ काला दिवस मनाने की घोषणा कर विपक्षी दलों ने अपने भ्रष्ट चरित्र का परिचय दिया है।