पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री की विकास यात्रा पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की यात्रा पर निकलने से कौन सा विकास हो जाता है। बिहार में लगातार हो रहे घोटालों के अलावा और कहां विकास हो रहा है। यह बिहार की जनता के समझ के परे है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री विकास यात्रा नहीं दीमक यात्रा कर रहे हैं। मंत्रालय एवं विभाग में बेपरवाह घोटाले हो ही रहे हैं तो अपनी विभागीय समीक्षा में वह क्या करते हैं। घोटाले कर उनपर पर्दा डालने के गुर सिखाते हैं या सिर्फ मीडिया में इमेज बनाते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि यह दीमक यात्रा भी धड़ल्ले से हो रहे घोटालों पर से ध्यान भटकाने की कमजोर कोशिश है। उन्हें जनादेश पर डाका डालने की एवज में माफी यात्रा व प्रायश्चित यात्रा पर निकलना चाहिए।
मुख्यमंत्री को विकास यात्रा नहीं बल्कि पहले से घोषित कार्य पूर्ण नहीं होने वा दरअसल जनाधार का बलात्कार करने पर जनता में इनकी किरकिरी हुई है, उसी से पार पाने की जद्दोजहद है। वह जनता को मूर्ख समझते हैं। सीएम ने अपनी पार्टी के स्थानीय नेताओं को उद्घाटन करने लायक योजनाओं की सूची शुद्ध करने को कहा है। यह हास्यपद है कि इनमें से आधे वे योजनाएं व परियोजनाएं हैं जिनका स्वयं मुख्यमंत्री पहले ही उद्घाटन या शिलान्यास कर चुके हैं।