-पक्ष में पड़े 131 वोट
बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुमत हासिल कर लिया है. विश्वास मत में नीतीश के पक्ष में 131 वोट पड़े, वहीं 108 वोट मिले. विश्वास मत से पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश पर जमकर हमला बोला. जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि ये कांग्रेस के लोग हैं अहंकार में जीने वाले लोग हैं. नीतीश ने कहा कि मैंने जो भी किया है बिहार के हित में किया है. नीतीश ने कहा कि 15 से ज्यादा सीटें कांग्रेस को नहीं मिलने वाली थी लेकिन हमने महागठबंधन में 40 सीटों पर चुनाव लड़वाया.
विश्वास मत से पहले राजद विधायक लगातार हंगामा कर रहे थे. राजद विधायकों ने विधानसभा के बाहर धरना भी दिया. तेजस्वी ने कहा कि मैं इस प्रस्ताव के विरोध में खड़ा हूं. हमें बीजेपी के खिलाफ वोट मिला था, ये सब प्रीप्लान था. ये एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. बीजेपी के भी कई मंत्री हैं जिनपर आरोप हैं, नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी आरोप हैं. तेजस्वी ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने मिलकर नीतीश कुमार के वजूद को बचाया था, नीतीश ने बिहार की जनता को धोखा दिया. उधर, बिहार में जेडीयू-बीजेपी सरकार के विरुद्ध राजद की याचिका हाईकोर्ट ने मंजूर कर ली है. इसको लेकर सुनवाई सोमवार को होगी.
243 सदस्यीय विधानसभा में नीतीश सरकार को बहुमत के लिए 122 सदस्यों के समर्थन की जरूरत थी. पर नीतीश के पक्ष में 131 वोट पड़े. एनडीए के साथ जाने के नीतीश के फैसले के खिलाफ उनकी पार्टी जेडीयू में बगावत के सुर खड़े हुए थे. पर बीजेपी नेता और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जेडीयू के नाराज नेता शरद यादव से फोन पर बात कर मनाने की कोशिश की. सूत्रों के मानें तो नीतीश और अरुण जेटली से बात करने के बाद शरद यादव संतुष्ट नजर आए. वहीं बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में भी बगावत के सुर उठने लगे हैं.