पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि राज्य में पिछले 5 माह से विकास कार्य ठप है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि घोटाला दर घोटाला हो रहा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास यात्रा पर निकल रहे हैं। दरअसल, उनकी यात्रा सूबे को भ्रमित करने के लिए है। यह भ्रम यात्रा है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार की नीति के कारण पिछले 5 माह से राज्य में बालू खनन पर रोक लगी हुई है। लाखों मजदूर, मिस्त्री और किसान बेरोजगारी से जूझ रहे हैं। मजदूरों का पलायन हो रहा है और सरकार मौन है। सरकार की नीतियों और बालू संकट के विरोध में 18 दिसंबर को बिहार बंद कराया जाएगा।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि बालू संकट के विरोध में सभी जिलों में प्रदर्शन कर आंदोलन को तेज किया जाएगा। सरकार को वर्ष 1972 की नियमावली के आधार पर बालू कारोबार करने की अनुमति देनी चाहिए।
बालू संकट के विरोध में मार्च
बालू संकट के विरोध में, राजद के विरोध मार्च में पार्टी नेता, कार्यकर्ताओं के अलावा बड़ी संख्या में मजदूरों एवं राजमिस्त्री ने भी भाग लिया। वीरचंद पटेल पथ पर पार्टी कार्यालय से ही सैकड़ों मजदूर हाथ में फावड़ा, बेलचा, कुदाल, तगाड़ी, करनी-बसुली लिए जुलूस में शामिल होने के लिए सोमवार सुबह ही पहुंच गए थे। मार्च शुरू होते ही यह सभी सरकार विरोधी नारे वाली तख्तियों के साथ नारेबाजी करते सड़क पर उतर गए। मार्च के कारण जुलूस के लिए प्रतिबंधित वीरचंद पटेल पथ पर जाम लगने लगा। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगने लगी। भीड़ में राजद के कई वरिष्ठ नेता भी धक्कम-धुक्की के शिकार हुए ।