राज्यसभा या दो एमएलसी सीटें मांग रहे हैं मांझी
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने एनडीए छोड़कर यूपीए महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा कर दी है जब उन्होंने यह बयान जारी किया तेजस्वी और तेजप्रताप उनके साथ थे। कांग्रेस एनसीपी के साथ ही पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने महागठबंधन में उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है। देखा जाय तो अचानक मांझी बिहार की राजनीति में हॉट केक हो गए हैं। इसके कारणों की पड़ताल आवश्यक है। पिछले दिनों लालू ने एक नए समीकरण का ऐलान किया था, MARD (मर्द) माइनॉरिटी, अहीर, राजपूत और दलित महागठबंधन के मर्द समीकरण में मांझी D को रिप्रेजेंट करेंगे, जाहिर है दलितों के लिए बिहार के बड़े नेता हैं। लालू के साथ माय मुस्लिम, यादव वोट बैंक मजबूती से खड़ा है और इसमें काफी मजबूती आया है लगभग 30% वोट माय समीकरण की जद में है वहीं मांझी के आने से 10% वोट खासकर महादलित वोट अचानक महागठबंधन में बढ़ जाएगा।
अब महागठबंधन 40% वोट के साथ मैदान में उतरेगा दूसरी ओर एनडीए के पास बिहार में रामविलास पासवान नीतीश कुमार और बीजेपी का वोट है जो कुल मिलाकर 30 से 35% होता है। जैसा कि राबड़ी देवी ने आज बयान दिया है उसमें RLSP भी महागठबंधन में शामिल हो सकता है, इससे 10% कुशवाहा वोटों का इजाफा होगा और महागठबंधन 50% के साथ चुनावी अखाड़े का बड़ा गेम चेंजर हो सकता है। मांझी पूर्व CM हैं उन्हें सीएम पद से हटाने के वक्त जिस तरह अपमानित किया गया, उसे महादलित समाज पचा नहीं पाया। मांझी ने एनडीए में शामिल होकर 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत का एहसास कराया है। आज भी यह महादलित समाज मांझी के साथ खड़ा दिखता है ऐसे में मांझी का हॉट केक होना स्वाभाविक और प्रासंगिक है, अब देखना है कि महागठबंधन को मांझी कितना फायदा पहुंचा पाते हैं, और राजनीतिक पंडितों का आकलन कितना सही साबित होता है। मांझी को मनाने की कोशिशें भी एनडीए की ओर से तेज कर दी गई हैं सुशील मोदी दिल्ली में हैं, और डैमेज कंट्रोल करने में लग गए हैं। प्रदेश के बीजेपी नेता सधी हुई प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ताकि वापसी की संभावना बनी रहे। इसी को समझते हुए आरजेडी ने कल की जॉइंट पीसी आज ही करने का फैसला लिया है। सूत्रों की मानें तो मांझी ने आरजेडी से दो एमएलसी सीट मांगी है और कुछ अन्य शर्तें भी हैं। राबड़ी ने स्पष्ट किया है कि हर बिंदु पर विचार चल रहा है मांझी को संतुष्ट किया जाएगा।