चारा घोटाले में दोषी पाए गए आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को अब गुरुवार को सजा सुनाई जाएगी। सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा आज सजा का ऐलान किया जाना था, लेकिन एक वरिष्ठ अधिवक्ता विंदेश्वरी प्रसाद का निधन हो जाने के कारण आज अदालती कार्रवाई नहीं हो सकी। इससे पहले लालू प्रसाद यादव को बुधवार को रांची जेल से सीबीआई कोर्ट लाया गया। कोर्ट में लालू प्रसाद ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें जेल में कोई दिक्कत नहीं है। नया साल बढ़िया से मनाया। कोर्ट में पेश करने के बाद लालू को वापस रांची सेंट्रल जेल ले जाया गया।
लालू की पेशी के लिए सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। लालू की सुरक्षा में 4 डीएसपी लगाए गए थे। कोर्ट के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों को तैनात किया गया था। करीब 300 जवान बॉडी प्रोटेक्टर के साथ मुस्तैद रहे। पुलिस को आशंका थी कि लालू के खिलाफ फैसला आने पर समर्थक हंगामा कर सकते हैं। इसी को देखते हुए रांची के कई थानों के प्रभारी पूरी फोर्स के साथ कोर्ट कैंपस में तैनात कर दिए गए थे। चारा घोटाले में अब लालू समेत 16 दोषियों पर गुरुवार को कोर्ट का फैसला आ सकता है। लालू पर आने वाले फैसले को देखते हुए रांची पुलिस प्रशासन ने जबरदस्त तैयारी की थी। जेल परिसर से लेकर कोर्ट सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। विभिन्न चौक-चौराहों पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया था। जेल के पास जमा होने वाले कार्यकर्ताओं को नियंत्रित करने के लिए भारी संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया था। रांची के एसएसपी कुलदीप द्विवेदी ने बताया कि अगर कार्यकर्ता आक्रोशित होते हैं तो उनके साथ सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं। लालू से मिलने के लिए बिहार से भी काफी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे हुए हैं।