-बाढ़ के बहाने पीएम मोदी ‘हवाखोरी’ करने आ रहे हैं बिहार
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बाढ़ के बहाने निशाना साधा है। आज (बुधवार) पटना में पत्रकारों से बात करते हुए लालू ने कहा कि बाढ़ के बीत जाने के बाद पीएम महज ‘हवाखोरी’ के लिये बिहार आ रहे हैं। यह सब नौटंकी है, बाढ़ तो बहाना है। बाढ़ का पानी जब उतर गया है, तब पीड़ितों को देखने आ रहे हैं। वे बुनियादी बातों को देखने नहीं, ‘हवाखोरी’ के लिए आ रहे हैं। “बाढ़ के दौरान न तो वे और न ही उनका कोई मंत्री पीड़ितों की सुध लेने बिहार आया।
लालू ने कहा कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी सीएम पर हावी हो गए हैं। सुशील मोदी ने कहा है कि उनके बुलाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने बिहार आ रहे हैं। पीएम पहले क्यों नहीं आए। 27 अगस्त को आरजेडी की रैली है और 26 अगस्त को पीएम आ रहे हैं। यह सब प्रशासन को डायवर्ट करने के लिए किया जा रहा है। ये लोग हमारी रैली को फ्लॉप कराना चाहते हैं।
पिछले साल बिहार में महागठबंधन की सरकार थी। पूरा बिहार बाढ़ से प्रभावित था तब तो पीएम नहीं आए। पीएम आकाश में हवा खाएंगे और बाढ़ पीड़ित पाताल में रहेगा। बाढ़ पीड़ितों के प्रति इतना ही दर्द है तो सड़क मार्ग से उनके बीच क्यों नहीं जाते। लालू ने कहा कि बाढ़ से होने वाली मौत का आंकड़ा बताया जा रहा है, लेकिन यह नहीं बताया जा रहा कि पुलिस ने कितने लोगों को अमानवीय तरीके से नदी में बहा दिया।
सरकार बाढ़ पीड़ितों के प्रति असंवेदनशील है। जब लोग बाढ़ से मर रहे थे तो मुख्यमंत्री बाढ़ बचाव की तैयारी करने की बजाय कुर्सी की जोड़-तोड़ और छवि का डेंट-पेंट करने में लगे थे। माना कि बाढ़ प्राकृतिक आपदा है, लेकिन सरकार हर वर्ष बाढ़ और कटाव के नाम पर तटबंध निर्माण में हजारों करोड़ रुपये खर्च करती है, लेकिन उसकी उपयोगिता जमीन पर नहीं दिखती, बाढ़ के नाम पर भी घोटाला हुआ है।” 15 जून से पहले बांध की मरम्मत की जाती है। कैसे इतने बांध टूट गए? इसमें भी घोटाला हुआ है। पीड़ित लोगों के प्रति सरकार का रवैया उदासीन है। सरकार से ज्यादा मदद तो गैर-सरकारी संस्थाएं और उसके कार्यकर्ता लोग कर रहे हैं।