भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा है कि झामुमो के नेताओं को हल्की बातें करना शोभा नहीं देता । श्री शाहदेव ने कहा कुणाल षाड़ंगी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें कुणाल षाड़ंगी ने विधानसभा अध्यक्ष पर योगेंद्र महतो की सदस्यता को जल्दबाजी में खत्म करने का आरोप लगाया था। श्री शाहदेव ने कहा कि कुणाल षाड़ंगी ऐसे भी हल्की बातें करते रहे हैं ।उन्होंने ही विधानसभा में शराब दुकान खोलने की मांग की थी और जब इस पर चौतरफा निंदा हुई थी तब उन्होंने इसे व्यंग का भाव देने का प्रयास किया था।
श्री शाहदेव ने कहा कि जैसे ही अदालत से किसी जनप्रतिनिधि को दोषी ठहराया जाता है तो उसकी सदस्यता चली जाती है और विधानसभा अध्यक्ष को उसकी सदस्यता तुरंत खत्म करनी पड़ती है ।ऐसा ही योगेंद्र महतो के मामले में हुआ। जैसे ही उन्हें सजा हुई तो कानूनी प्रावधान के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी सदस्यता को समाप्त किया।
झामुमो के कुणाल सारंगी को विधायी प्रक्रिया की जानकारी रखनी चाहिए। अदालत ने योगेंद्र महतो के मामले में फिलहाल स्टे दिया है और उनको बरी नहीं किया है। विधानसभा अध्यक्ष पर उल्टे पुल्टे आरोप लगाकर झामुमो लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन कर रहे हैं। संथाल परगना और राज्य के दूसरे हिस्सों में भाजपा के बढ़ते जनाधार से घबराकर झामुमो नेता अनर्गल बयानबाजी करके लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं।