भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झामुमो के नेता लगातार विधानसभा अध्यक्ष पर व्यक्तिगत टिप्पणियां कर रहे हैं। यह उनके मानसिक दिवालियापन को दिखाता है। ये बातें उन्होंने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार सजा होने पर विधायक की सदस्यता रद्द हो जाती है और विधानसभा अध्यक्ष को विधिसम्मत कार्यवाही पूरी करनी होती है। फिर विधानसभा अध्यक्ष ने एक सप्ताह तक कानून के विशेषज्ञों से राय लेकर यह निर्णय लिया।
उसके बाद भी झामुमो के नेता स्पीकर के पद की गरिमा भूलकर बयानबाजी कर रहे हैं। श्री शाहदेव ने कहा कि आज भी राज्यपाल से मिलने के बाद झामुमो के नेताओं ने जिस स्वर में अध्यक्ष पर हमला किया वह निंदनीय है और भाजपा इसकी कड़ी निंदा करती है। झामुमो के नेता अपने घटते जनाधार को देख कर मानसिक सूझबूझ खो बैठे हैं।
श्री शाहदेव ने राजद के नेताओं पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि वह अब नगर निकाय चुनाव में ईवीएम छोड़कर बैलेट पेपर का इस्तेमाल करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजद का यह विवेक उस समय कहां चला गया था जब ईवीएम के जरिए वह बिहार में सबसे बड़े दल के रूप में उभरे थे। उस समय राजद के नेताओं को ईवीएम में कोई खोट नजर नहीं आया था।
जाहिर बात है कि आज राजद ही नहीं पूरा विपक्ष जान रहा है कि नगर निकाय चुनाव में भाजपा की ही जीत होने वाली है । विपक्ष का सूपड़ा साफ होने वाला है। इसीलिए विपक्ष ईवीएम और बैलेट पेपर के मुद्दे को उठा कर अपनी निश्चित हार के कारण खोजने में अभी से जुट गया है।