भारतीय जनता पार्टी ने झामुमो पर सीधा निशाना साधते हुए कहा है कि जब भी झारखंड राज्य बनाने का मौका मिला, झामुमो ने सौदेबाजी कर आंदोलन को बेचने का काम किया। झामुमो जनता के लिए नहीं बल्कि सोरेन परिवार के लिए सत्ता चाहता है। झामुमो का राजभवन के सामने महाधरना सिर्फ घड़ियाली आंसू है। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दीपक प्रकाश ने 14 अक्टूबर को कहा कि झारखंड राज्य भाजपा की देन है।
दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा ने 1988 में अलग राज्य की मांग का समर्थन किया और आंदोलन में उतरी। भाजपा के आने के बाद ही यह सर्वसमाज का आंदोलन बना। केंद्र में भाजपा की सरकार नहीं होती तो झारखंड अलग राज्य नहीं बनता।
उन्होंने कहा कि वर्ष 1993 में नरसिंह राव की सरकार को बचाने के लिए झामुमो ने सौदेबाजी की। वहीं वर्ष 1995 में राजद सरकार को समर्थन के बदले झारखंड स्वशासी परिषद (जैक) में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी लालू प्रसाद से ले ली। जबकि 1998 में भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा बिहार विधानसभा में भेजे गए अलग राज्य के विधेयक का राजद- कांग्रेस ने विरोध किया था यह जानते हुए झामुमो ने राजद को समर्थन जारी रखा।
प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर तथा प्रतुल शाहदेव ने कहा कि झामुमो आज राजभवन के सामने धरना देकर जनता की आंख में धूल झोंक का काम कर रही है। झामुमो ने ही बार- बार सौदेबाजी की और अपने कार्यकाल में राज्य की छवि को खराब किया है। उन्होंने कहा कि झामुमो ने हमेशा नकारात्मक और विकास विरोधी राजनीति की है। उसने राज्य के विकास की गति को बाधित करने का काम किया है।