जदयू संगठन को धारदार बनाने की कवायद में जुटा है, कहीं कोई कसर न रह जाए इसलिए पार्टी के नेता धुंआधार बैठक कर रहे हैं। हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि पार्टी के कार्यकर्ता राजनीतिक रूप से तैयार रहें। इन्हीं मुद्दों को लेकर जदयू ने अपने कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम लगातार 21 दिनों तक मिला। जिसमें 51 सांगठनिक जिला के 27 प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता प्रशिक्षित हुए। ये पूरा कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग पर हुआ।
इस कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीतियों, सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी जिसमें सात निश्चय, लोक शिकायत निवारण अधिनियम, शराबबंदी, दहेजबन्दी, बाल विवाह उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण, अल्पसंख्यक कल्याण की योजनाओं की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम के दौरान सोशल मीडिया की मदद से नीतीश कुमार की योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने को कहा गया जिससे आम लोगों को सरकार से जोड़ा जा सके और पार्टी को फायदा मिले। संगठन के संवाद, प्रचार एवं चुनाव प्रबंधन पर विशेष रूप से फोकस किया गया।
पार्टी के कार्यकर्ताओं को संगठन को जिला से प्रखंड तक, प्रखंड से पंचायत और वार्ड स्तर तक एवं वार्ड से बूथ स्तर तक मजबूत बनाने का गुर सिखाया गया। सोशल मीडिया और डिजिटल दुनिया की पहुंच को देखते हुए डिजिटल क्रांति का महत्व बताया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं को फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प पर सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया। पार्टी के जानकारों का कहना है कि परीक्षण का उद्देश्य संगठन को मजबूत एवं धारदार बनाना है और आगामी चुनाव के लिए हर स्तर पर तैयार रहना है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा के संसदीय दल नेता रामचंद्र प्रसाद सिंह, जदयू प्रदेश कोषाध्यक्ष डॉ. रणवीर नंदन, प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार आदि नेता मौजूद थे। वहीं सभी विषयों पर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देने के लिए विशेषज्ञ भी मौजूद रहे।