गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को एक करारा झटका लगा है। दरअसल बिहार में हाल ही में एनडीए के साथ आई जेडीयू ने ये ऐलान किया है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में वह अकेले चुनाव लड़ेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले जनता दल (युनाईटेड) ने शनिवार को घोषणा की कि वह गुजरात विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगा और इसके लिए भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगा। आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी के लिए कड़ी चनौती के रूप में कांग्रेस मजबूती से सामने खड़ी है। इसके साथ ही जेडीयू ने निर्वाचन आयोग से गुजरात चुनाव के मद्देनजर पार्टी के चुनाव चिह्न् पर तत्काल निर्णय लेने का आग्रह किया।
जद(यू) महासचिव के.सी. त्यागी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, "हम गुजरात विधानसभा चुनाव में अपनी पारंपरिक सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे। "उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। त्यागी ने कहा, "हम भाजपा समेत किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।"
उन्होंने कहा कि इससे पहले जब जद(यू) राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा था, तब उसने बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़ा था। गुजरात विधानसभा चुनाव दो चरणों में नौ और 14 दिसंबर को होंगे। नीतीश गुट ने जुलाई में राजद और कांग्रेस का साथ छोड़कर बिहार में सरकार बनाने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन कर लिया था। इससे पहले भी नीतीश कुमार बीजेपी के साथ थे। लंबे अर्से तक बीजेपी-जेडीयू का साथ रहा था। लेकिन 2013 में नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था। 2014 के लोकसभा चुनाव में मिली पार्टी की हुई करारी हार के बाद नीतीश लालू के साथ मिल गए।
2015 के विधानसभा चुनाव इस गंठबंधन को भारी बहुमत मिला और नीतीश एक बार फिर बिहार के सीएम बन गए। लेकिन इस गठबंधन के अभी डेढ़ साल ही पूरे हुए थे कि नीतीश ने पाला बदल लिया।