पत्थलगड़ी को लेकर एक ओर जहां खूंटी के ग्राम प्रधान और जिला प्रशासन आमने-सामने हैं। वहीं अब रांची में राजभवन में पत्थलगड़ी पर मंथन हो रहा है। राजभवन की पहल पर जिले के सभी प्रखंडों के ग्राम प्रधान समेत करीब 400 लोग रांची आये, और राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के समक्ष मामले पर विस्तार से चर्चा हुई।
गौरतलब है कि खूंटी जिले के गांवों में पत्थलगड़ी का मामला झारखंड सरकार के लिए एक तरह से सिरदर्द बना हुआ है। इस मामले पर अब राजभवन ने पहल की है और राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को खूंटी जिले के छह ब्लॉक के ग्राम प्रधानों और परंपरागत पड़हा के साथ इस मामले पर विमर्श किया। इस विचार मंथन में हिस्सा लेने के लिए सभी 6 प्रखंडों के 12 पंचायतों के सभी गांवों के 400 से अधिक ग्राम प्रधान, पाहन और कोटवारियों ने हिस्सा लिया। ग्राम प्रधानों को रांची आने के लिए बकायदा गाड़ी की व्यवस्था की गई थी। 16 बसों में सवार होकर सभी ग्राम प्रधान गांव की पारंपरिक वेशभूषा में रांची स्थित राजभवन पहुंचे। साथ ही खूंटी के डिप्टी कमिश्नर और सभी प्रखंडों के बीडीओ भी राजभवन में उपस्थित रहे। माना जा रहा है कि पत्थलगड़ी के अलावा गांवों की विकास योजनाओं और शिक्षा समेत कई मुद्दों पर घंटों चर्चा की गयी।