त्रिपुरा में वही हुआ जिसकी संभावना जताई जा रही थी, दो दशकों से ज्यादा समय से अभेद लेफ्ट के किले पर बीजेपी ने कब्जा कर लिया। लाजिमी है कि लेफ्ट के लिए यह चिंता और मंथन का समय है कि वह बंगाल के बाद अपना सबसे मजबूत गढ़ क्यों गवां चुकी है। लेकिन इन सबके बीच हाशिये पर चले जा रहे लेफ्ट को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश का बयान भी देश के सियासी मिजाज को दूसरे ही नजरिये से देखने को मजबूर करता है। त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में लेफ्ट का सफाया कांग्रेस को भी चिंतित कर रहा है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश के मुताबिक लेफ्ट का खात्मा पूरे देश को बर्बाद कर देगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मजबूत वाम मोर्चा को देश के लिए जरूरी बताते हुए कहा कि उसका ‘अंत’ भारत के लिए एक विध्वंस होगा। उन्होंने त्रिपुरा में माकपा नेतृत्व वाले वाम मोर्चा को मिली करारी हार की तरफ संकेत करते हुए कहा, ‘वाम मोर्चा को भारत में ज्यादा मजबूत होना होगा। वाम मोर्चा का खात्मा देश के लिए एक विध्वंस होगा।’
रमेश ने कहा, ‘हम वाम मोर्चा से लड़ेंगे और हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं। लेकिन मैं कहता हूं कि भारत के लिए वाम मोर्चे का अंत सही नहीं होगा।’ उन्होंने मशहूर वास्तुकार लौरी बेकर की जन्मशती पर तिरुवनंतपुरम में एक संबोधन के दौरान कहा कि लेफ्ट को भी अपने विचार बदलने चाहिए क्योंकि लोगों की आकांक्षाएं और समाज में बदलाव हो रहा है।
पूर्व केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने यह टिप्पणी माकपा नेता एवं केरल के वित्त मंत्री टीएम थॉमस इसाक की मौजूदगी में की। कम बजट की और इको-फ्रेंडली इमारतों के डिजाइन में लौरी बेकर के योगदान की प्रशंसा करते हुए जयराम ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस दौर में प्रकृति के साथ संतुलन बैठाने वाली तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ रहा है।