- फ्री के बल्ब से बनेगा नया इंडिया
याद करिये, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसद भवन में दिया वो भाषण। मनरेगा के लिए कांग्रेस को जमकर कोसते हुए प्रधानमंत्री जी ने कहा था कि वे नहीं चाहते की मनरेगा जैसी योजनाएं देश में चलायी जायें। पर वे मजबूर हैं। प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने कांग्रेस की सरकारों को देश की दुर्दशा का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मनरेगा योजना इसलिए उनकी सरकार ने चलाने का निर्णय लिया है क्योंकि यह कांग्रेस की नाकामियों की धरोहर है। और यह देश और जनता को हर रोज उनकी विफलताओं की याद दिलाती रहेगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तीन साल से अधिक कार्यकाल पर यदि गौर से देखा जाय तो वो अपने मास बेस को बढ़ाने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन इसे लग रहा है कि लोक लुभावन नारों से ही बात बनेगी तभी तो उज्जवला योजना, जनधन योजना और अब सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त बिजली कनेक्शन देकर आम लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है पार्टी। पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी के बहाने वोट बैंक को ठोस करने की जुगत की जा रही है।
जानकार बताते हैं कि सबसे ज्यादा दिलचस्प बात तो यह है कि जिन योजनाओँ के लिए कांग्रेस के शासन का माखौल उड़ाया गया। एनडीए पूरे ढोल-नगाड़े के साथ इन योजनाओँ को अपना रही है। भाजपा भी अब कांग्रेस के ही नक्शे कदम पर चल रही है।
नया इंडिया की बातें तो खूब हुई पर योजनायें लोक लुभावन ही बनाई जा रही है। फ्री बल्ब जलाकर ही नया इंडिया बनाने की तैयारी है।