-मगही, भोजपुरी, मैथिली, अंगिका को द्वितीय भाषा की घोषणा
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को कहा है कि राज्य सरकार के कैबिनेट की बैठक में लिए गए कुछ निर्णय राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन हैं। शहरी निकाय चुनाव को सरकार द्वारा स्पष्ट रूप से प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के शहरी इलाकों में अंगिका, मैथली, भोजपुरी एवं मगही भाषा बोलने वाले लोगों की काफी संख्या है और ये सभी शहरी निकायों के मतदाता हैं। मतदाताओं को बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने के लिए आकर्षित करने के उद्देश्य से कैबिनेट द्वारा द्वितीय राजभाषा के रूप में स्वीकृति प्रदान करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि पार्टी आज के कैबिनेट के फैसलों को निरस्त करने की मांग करती है और राज्य चुनाव आयोग से इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की भी मांग करती है, ताकि राज्य में शहरी निकायों के चुनाव भय मुक्त एवं प्रलोभन मुक्त हो सके।