झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभालते ही डॉ अजय कुमार रेस हो गए हैं। मिशन 2019 को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द पार्टी को मजबूत कर भाजपा के खिलाफ खड़ा करना बेहद चनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है। लिहाजा इसके लिए अध्यक्ष ने 26 और 27 नवम्बर को जिलाध्यक्षों कि मीटिंग बुलाई है। 26 नवम्बर को पूर्वी सिंहभूम में और 27 को रांची में संगठन के विस्तार से लेकर रणनीति पर मंथन कर आगे की स्ट्रेटेजी बनायी जायेगी।
पार्टी के भीतर नए बदलाव को लेकर नेताओं और कार्यकर्ताओं में फ़िलहाल तो कोई टकराव नहीं है। और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डॉ अजय कुमार को पार्टी के कद्दावर और पुराने नेताओं का भी सहयोग मिलेगा। पार्टी के अन्दर संगठन की मजबूती और एकजुटता के लिए हाल में काम करने की बात हर मोर्चे पर उठाई जा रही है।
इन सब के बीच डॉ अजय कुमार ने पार्टी नेताओं को यह स्पष्ट सन्देश भी दे दिया है कि अनुशासित हो कर पार्टी के लिए काम करना है। उन्होंने कहा है कि पार्टी को मजबूत करना है ऐसे में हर पदाधिकारी और प्रखंड अध्यक्षों को अपने घर में पार्टी झंडा लगाने और हर बूथ पर पांच झंडे लगाने को कहा गया है।
प्रखंड से लेकर जिला तक सरकार की आम जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतर कर विरोध करने के साथ ही आमजन को होने वाले नुकसान से परिचित कराना है। यूपीए सरकार की कल्याणकारी नीतियों के बारे में जनता को बताना और एनडीए सरकार की तीन वर्षों कि विफलता को उजागर करने कि जिम्मेवारी प्रदेश के हर नेता और कार्यकर्ता की है।