पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश के सरकारी दफ्तरों में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की तस्वीर या मूर्ति लगाने संबंधी प्रस्ताव लेकर आयी थीं। लेकिन इस प्रस्ताव पर काम हो पाता इससे पहले ही उनकी सरकार चली गई। पर योगी आदित्यनाथ की सरकार अब उसी से मिलते- जुलते प्रस्ताव को लागू करने जा रही है. उत्तर प्रदेश विधानमंडल, सचिवालय और सभी सरकारी दफ्तरों एवं शैक्षणिक संस्थाओं में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की तस्वीर लगाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के क्रम में शासन ने विधानसभा, विधान परिषद, प्रदेश सरकार के सचिवालय सहित सभी कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, निगमों/परिषदों के कार्यालयों तथा शैक्षणिक संस्थाओं में आंबेडकर का चित्र लगाने के संबंध में तत्काल आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं.
निर्देश में यह भी उल्लेख किया गया है कि आंबेडकर के चित्र के नीचे उनकी जन्म तिथि एवं निर्वाण तिथि अनिवार्य रूप से अंकित की जाए. ज्ञातव्य है कि पिछले छह दिसंबर को अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी ने इन परिसरों तथा दफ्तरों में आंबेडकर के चित्र लगाने के निर्देश दिए थे.