पूरे देश में कांग्रेस मुक्त भारत के अभियान पर निकली बीजेपी को लगातार सफलता मिल रही है। 19 राज्यों में उसकी सरकार है आने वाले समय में अगर ये संख्या बढ़े तो भी कोई आश्चर्य नहीं होगा। बीजेपी जिस रणनीति के तहत काम किया जा रहा है। उससे आने वाले दिनों में उसे अन्य राज्यों जहां उसकी अभी सरकार नहीं है जैसे पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में भी भगवा पताका फहराएगी ऐसा अभी से ही प्रतीत हो रहा है।
वैसे भी देखा जाय तो बीजेपी के लिए साल 2017 बहुत अच्छा रहा और आंकड़ों पर अगर नजर डाली जाए तो ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि नया साल यानी 2018 भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छा ही होगा। यह साल पार्टी को नई ताकत देता दिखाई दे रहा है। राज्यसभा में इस साल बड़े बदलाव देखे जाएंगे। बीजेपी इस साल 245 सीटों वाली राज्यसभा में कब्जा बढ़ाते हुए 67 सीटों की संख्या तक पहुंच सकती है, इसके साथ ही राज्यसभा में वह सबसे बड़ी पार्टी भी बन सकती है। वहीं बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के पास इस साल 98 सीटें हो जाएंगी। विपक्ष की अगर बात की जाए तो कांग्रेस इस वक्त राज्यसभा में बीजेपी की बराबरी पर है। दोनों पार्टी के पास 57 सीटें हैं। बीजेपी जहां सीटों की संख्या बढ़ाते हुए 67 तक पहुंचते दिखाई दे रही है तो वहीं कांग्रेस को नुकसान होता दिख रहा है। इस साल जुलाई तक कांग्रेस 47 सीटों पर सिमटते हुए दिख रही है।
बीजेपी को इस साल राज्यसभा में बढ़त उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, झारखंड और उत्तराखंड की वजह से मिलेगी। इन राज्यों पर बीजेपी ने हाल ही में कब्जा किया है। वहीं पिछले तीन सालों से कांग्रेस को लगातार हार का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में राज्यसभा में भी उसकी पकड़ कमजोर होती दिख रही है। बीजेपी के सहयोगी दलों की बात की जाए तो टीडीपी इस साल अपनी स्थिति बरकरार रखेगी। वहीं जेडीयू के पास एक सीट कम होती दिख रही है, यानी उसके पास 6 सीटें हो जाएंगी। वर्तमान में आरजेडी के पास राज्यसभा में तीन सीटें हैं, जो कि इस साल बढ़कर पांच हो सकती हैं। वहीं टीआरएस की सीटों में भी इजाफा होता दिख रहा है। कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी को राज्यसभा में बड़ा नुकसान यानी 5 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।
आपको बता दें कि यह सारे आंकड़े 2018 में राज्यसभा के लिए कई राज्यों में होने वाले उप-चुनाव और द्विवार्षिक चुनावों के अनुमानित परिणामों पर आधारित हैं। इस साल मनोनीत श्रेणी में चार रिक्तियों होंगी। तीन रिक्तियां अप्रैल में और एक जुलाई में होगी। 12 मनोनीत सदस्यों में से 7 की सदस्यता पर मोदी सरकार का अधिकार है तो वहीं सुब्रमण्यन स्वामी को मिलाकर 4 सदस्य बीजेपी के ही मेंबर हैं। 16 जनवरी को कांग्रेस के हाथ से राज्यसभा की तीन सीटें जा रही हैं। इस दिन राज्यसभा में दिल्ली क्षेत्र की तीन सीटें खाली हो रही हैं। पार्टी के तीन सदस्यों- डॉ. कर्ण सिंह, श्री जर्नादन द्विवेदी, श्री परवेज हाशमी का कार्यकाल समाप्त हो जाएगा और आम आदमी पार्टी राज्यसभा में डेब्यू करेगी। इसी महीने सिक्किम क्षेत्र की एकमात्र सीट पर अभी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट के हिशे लाचुंग्पा का कब्जा है, उनका कार्यकाल भी इस महीने समाप्त हो जाएगा, लेकिन एसडीएफ एनडीए का ही सहयोगी दल है तो ऐसे में सीट पर कब्जा बरकरार रह सकता है।
गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे से खाली हुई उत्तर प्रदेश क्षेत्र की राज्यसभा सीट पर उपचुनाव किए जाएंगे। बीजेपी का इस वक्त यूपी में दबदबा है, राज्य की सत्ता भी बीजेपी के हाथों में ही है, ऐसे में इस सीट को एक बार फिर बीजेपी ही जीतेगी। इस जीत के साथ ही इस महीने राज्यसभा में बीजेपी के पास 58 सीटें हो जाएंगी और कांग्रेस के पास 54 सीटें ही बचेंगी। यह पार्टी बीजेपी को राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी बना देगा।