प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के तीसरे फेरबदल में जेडीयू को जगह न मिलने व कार्यक्रम में बीहार के सीएम को निमंत्रण नहीं मिलने पर लालू यादव ने नीतीश यादव पर निशाना साधा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो अपने लोगों को छोड़ता है, उसे दूसरे लोग भी नहीं अपनाते।' उन्होंने कहा कि भाजपा ने उन्हें किनारे कर दिया है। नीतीश ने भी ये बात मानी है कि उनसे बीजेपी की ओर से कैबिनेट विस्तार को लेकर कोई राय नहीं ली गई और न ही उन्हें इसका निमंत्रण दिया गया। लालू ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की किस्मत में यही लिखा है।
उन्होंने सीएम को पलटूराम कहते हुए कहा कि बीजेपी भी अब नीतीश की असलियत जान गई है। लालू ने कहा कि 'पलटूराम को बीजेपी ने अपनी सूंड में लपेट लिया है'। नीतीश अब खत्म हो चुके हैं। भाजपा ने उन्हें ठेंगा दिखा दिया है।
बता दें कि रविवार को आयोजित शपथग्रहण समारोह में कुल 13 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस फेरबदल में बीजेपी के सहयोगी दलों जेडीयू और शिवसेना से किसी को शामिल नहीं किया गया। सूत्रों के अनुसार जेडीयू और शिवसेना का नाम सूची में शामिल नहीं होने का कारण प्रतिनिधित्व का फॉर्म्युला तय नहीं किया जाना है, जिससे सभी सहयोगी दल संतुष्ट हो सकें।
सूत्रों के मुताबिक खबर थी कि नीतीश चाहते थे कि केंद्र में जेडीयू से भी दो मंत्री बनाए जाएं। इस बात पर नीतीश की तरफ से प्रेशर बनाए जाने की भी खबर आई थी। गौरतलब है कि जुलाई में ही नीतीश कुमार महागठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए में आए हैं। ऐसे में वह इन बातों को लेकर लालू प्रसाद यादव के निशाने पर रहते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में शिवसेना के भी किसी नेता को जगह नहीं दी गई है। इसको लेकर शिवसेना की नाराजगी की खबरें आईं थीं। शिवसेना ने शपथग्रहण समारोह का भी बहिष्कार किया है।