लेफ्ट के गढ़ त्रिपुरा को बीजेपी ने अपने नाम कर लिया है, दो दशक से ज्यादा समय से चली रही माणिक सरकार को पटकनी देने के साथ ही कांग्रेस का भी सफाया कर चुकी है। इन सब के बीच राजनीति के इतिहास में बीजेपी सरकार ने एक शानदार और सकारात्मक शुरुआत की है। कांग्रेस के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर को बीजेपी की तरफ से एक 'खास तोहफा' मिला है.
दरअसल त्रिपुरा की नवनिर्वाचित बीजेपी सरकार ने किशोर के मन में लंबे समय से पल रहे सपने को पूरा कर दिया। सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट की बैठक के बाद घोषणा की कि अगरतला हवाई अड्डे का नाम त्रिपुरा के अंतिम राजा 'महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य बहादुर' के नाम पर रखा जाएगा।
800 साल पुराने माणिक्य राजवंश के इकलौते वारिस और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष प्रद्योत किशोर माणिक्य ने मुख्यमंत्री बिप्लब देब को इसके लिए धन्यवाद दिया। प्रद्योत किशोर माणिक्य ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर लिखा कि मेरी आंटी व राजस्थान की सीएम वसुंधरा राजे और भाई दुष्यंत का उदयंत पैलेस में आना परिवारिक संबंधों को बनाए रखने के लिए ज़रूरी था। इस बात को लेकर मैं काफी खुश हूं कि अलग राजनीतिक विचारधारा के बावजूद भी पारिवारिक संबंधों को बनाए रखने की कोशिश की।
दूसरे राज्यों के उलट त्रिपुरा में युवा कांग्रेस अध्यक्ष भाजपा की तुलना में वामपंथियों से अधिक असंतुष्ट हैं। माणिक्य का मानना है कि त्रिपुरा में सीपीएम की हार कुशासन का परिणाम है। वह कहते हैं, 'कम्युनिस्टों ने न केवल लोगों की परेशानियों की उपेक्षा की, बल्कि शाही परिवार की मूल प्रतिष्ठा और सम्मान की भी अनदेखी की। उन्होंने महाराजा व समाज के प्रति उनके योगदान को लेकर लोगों में गलत धारणा फैलाने की कोशिश की।'
गौरतलब है कि महाराजा बीर बिक्रम किशोर को त्रिपुरा में आधुनिक त्रिपुरा का जनक माना जाता है। उन्होंने ने ही त्रिपुरा में पहला हवाई अड्डा बनावाया था। वर्तमान समय की सारी योजनाओं की शुरुआत उनके समय में हुई थी। ऐसे में इसे लेकर प्रद्योत कहते हैं, 'त्रिपुरा एयरपोर्ट का नाम मेरे दादाजी के नाम पर रखने की योजना कांग्रेस व बीजेपी दोनों के घोषणापत्र में था। मैं मुख्यमंत्री बिप्लब देब का आभारी हूं कि उन्होंने अपना वादा पूरा किया।'