-धर्म रक्षा संकल्प दिवस के रूप में मनायी गुरु तेगबहादुर जी की 342 वी पुण्यतिथि
भारतीय जन क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय वर्मा ने कहा कि औरंगजेब की हठधर्मिता के कारण इस्लाम के अलावा दूसरे धर्मों के अनुयायियों के लिए विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। औरंगजेब किसी दूसरे धर्म की प्रशंसा तक सहन नहीं करता था। उन्होंने कहा कि औरंगजेब ने अपने शासन काल में सैकड़ों मंदिर और गुरूद्वारे तुड़वाए। सिक्खों और हिंदुओं पर लगातार जुर्म और अन्याय किया। उसके शासन काल में हिंदुओं का ज़बरन धर्म परिवर्तन कराया गया।
यह सब देख कर तब गुरु जी ने धर्म रक्षा के लिए औरंगजेब को चुनौती दी कि अगर तुम मुझे इस्लाम स्वीकार करवा दो तो हमारे समस्त सनातनी इस्लाम में चले जाएंगे। उन्होंने अपना धर्म नहीं त्यागा। गुरु जी की तरह ही धर्म रक्षा हेतु संकल्प लेने की जरुरत है।
भारतीय जन क्रांति दल ने शुक्रवार को पटना के आई एम ए हॉल में श्री गुरु तेगबहादुर जी की 342 वीं पुण्यतिथि का आयोजन किया और इस कार्यक्रम को हिन्दू धर्म रक्षा संकल्प दिवस का नाम दिया।
इस मौक़े पर संगठन मंत्री सप्तऋषि वासु ने कहा कि विश्व भर में हिन्दू धर्म और पंथ संकट में हैं, पूरे विश्व में हिन्दूओं की जनसंख्या लगातार कम होती जा रही है। सिख धर्म का उत्थान हिन्दुओं के रक्षक के रूप में हुआ है, पिछले 800 सालों में दोनों समुदायों ने अपना रक्त बहा कर अपने धर्म पर होनेवाले आक्रमण का प्रतिकार किया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जन क्रांति दल यह जंग अपना राष्ट्रीय कर्तव्य समझ कर लड़ेगी।
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजित सिन्हा ने कहा कि अगर हिन्दू सुरक्षित रहेगा तभी हमारा हिंदुस्तान सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि आज गुरु तेगबहादुर जी की पुण्यतिथि के अवसर पर हम सभी कार्यकर्ता धर्म रक्षा हेतु संकल्प लें कि धर्म की स्थापना करेंगे।
पार्टी के महासचिव आर डी मिश्रा ने कहा कि गुरु तेगबहादुर जी के बलिदान से सबक लेना होगा और सभी हिंदुओं को अपने धर्म रक्षा के लिए तैयार रहना होगा। धर्म हेतु कार्य करने के लिए सरदार गुरमीत सिंह को पार्टी की तरफ से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन पटना उच्य न्यायलय के अधिवक्ता अजय कुमार सिंह ने की। कार्यक्रम में पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजीव कुमार झा, प्रवक्ता लक्ष्मण पाण्डेय, शिवजी यादव, विजय कुमार, के अलावा राज्य के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।