झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि करीब साढ़े तीन वर्ष में राज्य में रघुवर दास सरकार चल रही है। जिस काम को तीन महीन में होना चाहिए, वह काम साढ़े तीन वर्ष में भी नहीं हो पाया है। कई परियोजनाएं शुरू ही नहीं हो पायी हैं, सूबे में शासन व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। कानून व्यवस्था का बूरा हाल है, स्वास्थ्य व्यवस्था में लापरवाही के कारण बच्चों की जान चली जा रही है। लेकिन सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ये बातें उन्होंने गिरिडीह के देवरी प्रखंड मुख्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही।
उन्होंने कहा कि गरीब, जरूरतमंदों का राशन कार्ड नहीं बन पाया, राशन कार्ड की गड़बड़ियों को दूर नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि गरीबों के विकास के लिए झारखंड से बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा। इस दौरान राज्यपाल के नाम सात सूत्री मांगों को लेकर ज्ञापन बीडीओ को सौंपा। धरना के माध्यम से पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त करने, खराब पड़े चापानल की मरम्मति अविलंब करने, बिजली बिल के नाम पर उपभोक्ताओं को परेशान करना बंद करने, फर्जी बिजली बिल वापस लेने, क्षेत्र में बिजली व्यवस्था सुदृढ़ करने, सरकारी योजनाओ में लूट की जांच कर नियम संगत कार्रवाई करने, सरकारी विद्यालयों को मर्ज करने पर रोक लगाने, कोदंबरी, मानिकबाद, मंडरो मुख्य सड़क चौड़ीकरण में जमीन मालिक को मुआवजा राशि अविलंब भुगतान करने आदि मांगें रखी गयीं।
मौके पर झाविमो के केंद्रीय सचिव सुरेश साव, पार्टी नेता सत्यनारायण दास, जिला कमिटी सदस्य सहदेव प्रसाद शर्मा, श्यामदेव हाजरा, जिप सदस्य मीरा तिवारी, अशोक सिंह, रामनारायण दास, बमशंकर उपाध्याय, शोभा यादव, हाफिज फकरुद्दीन, मोजाहिद अंसारी, रामकिशुन हाजरा, रज्जाक अंसारी, मनीष चौधरी, जयदेव राय, अशोक वर्मा, रंजीत किस्कू, रॉबर्ट मरांडी आदि मौजूद थे।