गोमिया विधायक योगेंद्र महतो के बाद अब सिल्ली के विधायक अमित महतो की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। जानकारी के अनुसार 2006 में सोनाहातू के सीओ आलोक कुमार पर हमला करने और सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के केस को लेकर सोमवार को सुनवाई पूरी हो गई है। कहा जा रहा है कि सीओ और डॉक्टर ने विधायक के खिलाफ गवाही दी है। इस पर अगले दो हफ्ते में फैसला आएगा, कानून के जानकारों की मानें तो जिन धाराओं में मुकदमा हुआ है उसमें उन्हें 5 साल की सजा हो सकती है। इसलिए इस प्रकार का कोई फैसला होने से झामुमो के सिल्ली विधायक अमित महतो की विधायकी खतरे में पड़ती दिख रही है।
देखा जाय तो इसी महीने झामुमो के ही एक अन्य विधायक योगेंद्र महतो की सदस्यता जा चुकी है उनके खिलाफ रामगढ़ कोर्ट ने कोयला चोरी मामले में तीन साल की सजा और 5 हजार जुर्माने की सजा सुनायी थी। इन सब के बीच अगर अमित महतो की सदस्यता जाती है तो सिल्ली विधानसभा पर उपचुनाव भी काफी दिलचस्प होगा क्योंकि अमित महतो ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो को हरा कर ये सीट जीता था। वहीं उपचुनाव में अगर सुदेश को जीत मिली तो उन्हें एक बार फिर सदन में और राज्य की सियासत में कुछ अलग करने का मौका मिल सकता है।