झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की नेत्री निर्मला भारती ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देकर झाविमो का दामन थाम ली है.वे देवघर से झाविमो की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगी. बुधवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ झाविमो की सदस्यता ली.पार्टी प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने उनका स्वागत किया.झाविमो की सदस्यता ग्रहण करने के बाद निर्मला भारती ने कहा कि मेरी वापसी पुराने घर में हुई है. मैं झारखण्ड विकास मोर्चा के गठन काल से एक सिपाही की तरह कार्य की हूँ. 2009 में मैं टिकट की दावेदार थी,लेकिन किसी कारण से मेरा टिकट कट गया था.2014 में भी टिकट के लिए मैं प्रबल दावेदार थी.लेकिन मुझे टिकट नहीं दिया गया. उसके बाद कार्यकर्ताओं की भावनाओं को देखते हुए 2014 में झारखण्ड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गई.उसके बाद क्षेत्र में लगातार काम कर रही हूँ. जनता के बीच मैंने अपनी पकड़ बनाई है.महागठबंधन होने के कारण देवघर सीट राजद के खाते में चली गई.क्षेत्र की जनता की भावनाओं को देखते हुए झारखण्ड के महानायक पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के साथ जाने का मैंने फैसला लिया.उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी से ही झारखण्ड का विकास संभव है.
उन्होंने कहा कि इसबार झारखण्ड की जनता भाजपा और महागठबंधन के प्रत्याशी को नकारने का काम करेगी.प्रदेश में झाविमो के नेतृत्व में अगली सरकार बनेगी.उन्होंने कहा कि देवघर सहित पूरे झारखण्ड में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के समय ही विकास हुआ था.इसके बाद देवघर सहित पुरे झारखण्ड में समुचित विकास नहीं हो पाया है.अब जनता इसबार झारखण्ड विकास मोर्चा की अगली सरकार बनाने का मन बना चुकी है.
निर्मला भारती ने कहा कि झारखण्ड विकास मोर्चा की टिकट पर देवघर से चुनाव लडूंगी.देवघर की जनता मेरे साथ है.